कबड्डी लीग (PKL) सीजन-12 का आठवां मुकाबला पुनेरी पलटन और गुजरात जायंट्स के बीच खेला गया, जो पूरी तरह से पुनेरी पलटन के नाम रहा। इस मैच में पलटन ने हर विभाग में दबदबा बनाते हुए 41-19 के बड़े अंतर से गुजरात जायंट्स को हराया। यह इस सीजन में पुनेरी पलटन की लगातार दूसरी जीत रही और इस शानदार प्रदर्शन के चलते टीम पॉइंट्स टेबल में पहले स्थान पर पहुंच गई है।
मैच का संक्षिप्त विश्लेषण
पुनेरी पलटन ने खेल के हर पहलू में बेहतरीन प्रदर्शन किया। चाहे रेडिंग हो या डिफेंस, हर मोर्चे पर टीम ने गुजरात को पीछे छोड़ दिया। रेड के दौरान पलटन ने 17 अंक, टेकल से 18 अंक, ऑलआउट से 6 अंक और एक्स्ट्रा से 0 अंक लेकर कुल 41 पॉइंट्स जुटाए।
इसके विपरीत, गुजरात जायंट्स ने संघर्ष जरूर किया, लेकिन पलटन की आक्रामक रणनीति के आगे टिक नहीं सके। गुजरात ने रेड से 10 अंक, टेकल से 7 अंक और एक्स्ट्रा से 2 अंक लेकर कुल 19 पॉइंट्स ही बनाए।
पुनेरी पलटन की जीत के हीरो
पुनेरी पलटन की इस बड़ी जीत में कई खिलाड़ियों का योगदान रहा:
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आदित्य शिंदे: सबसे ज्यादा 6 रेड पॉइंट्स लेकर टीम के टॉप स्कोरर रहे।
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पंकज: शानदार प्रदर्शन करते हुए 5 रेड पॉइंट्स हासिल किए।
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असलम इनामदार: ऑलराउंड प्रदर्शन, 3 रेड, 1 बोनस और 1 टेकल पॉइंट के साथ कुल 5 अंक जोड़े।
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डिफेंस में भी पलटन ने कमाल दिखाया:
इस संतुलित प्रदर्शन ने पुनेरी पलटन को बड़ी जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
गुजरात जायंट्स का कमजोर प्रदर्शन
गुजरात जायंट्स की टीम शुरुआत से ही लय में नहीं दिखी। रेडिंग में राकेश ने जरूर कोशिश की:
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राकेश: 4 रेड + 2 बोनस = 6 पॉइंट्स
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शुभम कुमार: 2 टेकल + 1 बोनस = 3 पॉइंट्स
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अन्य खिलाड़ी जैसे हिमांशु, हारिश, प्रतीक, लकी शर्मा, वी. अजीत और श्रीधर ने सिर्फ 1-1 अंक जोड़े।
गुजरात की डिफेंस और रेड यूनिट में तालमेल की कमी साफ नजर आई, जिसका फायदा पलटन ने जमकर उठाया।
पॉइंट्स टेबल की स्थिति
इस जीत के साथ पुनेरी पलटन के अब 4 अंक हो गए हैं और टीम पॉइंट्स टेबल में पहले स्थान पर पहुंच गई है।
अन्य शीर्ष टीमें:
वहीं, गुजरात जायंट्स को अब तक दोनों मैचों में हार का सामना करना पड़ा है, और टीम तालिका में सबसे निचले स्थान पर बनी हुई है।
🔚 निष्कर्ष
पुनेरी पलटन ने इस मुकाबले में अपने दमदार खेल से यह साबित कर दिया कि वे इस सीजन की सबसे मजबूत टीमों में से एक हैं। वहीं, गुजरात जायंट्स के लिए यह सीजन अब तक निराशाजनक रहा है। अगर टीम को टूर्नामेंट में बने रहना है, तो उन्हें जल्द ही अपने प्रदर्शन में सुधार लाना होगा।
अब निगाहें अगले मुकाबलों पर हैं – क्या पलटन अपनी जीत की लय बरकरार रख पाएगी?