सुपरस्टार शाहरुख़ खान की बेटी सुहाना खान इस समय एक बड़े विवाद में घिरती नज़र आ रही हैं। अलीबाग के थल गांव में लगभग 12.91 करोड़रुपये की ज़मीन ख़रीदने को लेकर उन पर गंभीर आरोप लगे हैं। ज़मीन मूल रूप से किसानों को खेती के लिए दी गई थी, लेकिन अब इसकेव्यावसायिक उपयोग और मालिकाना हक़ को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, 1968 में अलीबाग के थल गांव की यह ज़मीन सरकार द्वारा खेती के लिए स्थानीय किसानों को आवंटित की गई थी। इसमेंस्पष्ट शर्त थी कि बिना जिला कलेक्टर की अनुमति के न तो इसे बेचा जा सकता है और न ही किसी अन्य कार्य में उपयोग किया जा सकता है।
हालांकि, सुहाना खान ने यह ज़मीन तीन बहनों — अंजलि, रेखा और प्रिया खोटे — से ख़रीदी, जिन्हें यह ज़मीन विरासत में मिली थी। रिपोर्ट्सबताती हैं कि यह सौदा बिना ज़रूरी सरकारी अनुमति के किया गया, और कुछ अधिकारियों पर झूठी रिपोर्ट देने का आरोप भी है, जिसमें यह बतायागया था कि ज़मीन पर कोई संरचना नहीं है।
रजिस्ट्रेशन के दस्तावेजों में सुहाना को ‘किसान’ बताया गया है, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या नियमों की अनदेखी की गई? इस डील में 77.46 लाख रुपये की स्टाम्प ड्यूटी भी अदा की गई थी।
रिपोर्ट्स के अनुसार, यह ज़मीन ‘देजा वू फार्म्स प्राइवेट लिमिटेड’ के नाम पर रजिस्टर्ड की गई है, जिसमें गौरी खान की मां और भाभी निदेशक हैं। यहसुहाना की अलीबाग में पहली संपत्ति बताई जा रही है। इसके बाद उन्होंने एक और समुद्र किनारे की संपत्ति लगभग 10 करोड़ रुपये में खरीदी थी।
विशेष जांच टीम (SIT) द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, ज़मीन के इस सौदे में सरकारी राजस्व का नुकसान हुआ है, क्योंकि ज़मीन के उपयोग कोबदलने की फीस और प्रीमियम सरकार को नहीं मिला। यदि आरोप सिद्ध होते हैं, तो यह सौदा अवैध घोषित किया जा सकता है और ज़मीन सरकार केपास वापस जा सकती है।
रेजिडेंट डिप्टी कलेक्टर संदेश ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं और अलीबाग तहसीलदार से निष्पक्ष रिपोर्ट मांगी है।
वर्क फ्रंट की बात करें तो सुहाना खान ने 2023 में नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हुई फिल्म ‘द आर्चीज़’ से अभिनय की शुरुआत की थी, जिसे मिश्रितप्रतिक्रिया मिली थी। अब वह अपने पिता शाहरुख़ खान के साथ फिल्म ‘किंग’ में नज़र आएंगी, जो 2026 में रिलीज़ होने की संभावना है।