हिंद महासागर में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ जिसने सभी को झकझोर कर रख दिया। मोजाम्बिक के बीरा पोर्ट के पास भारतीय नागरिकों को ले जा रही एक नाव अचानक दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में तीन भारतीयों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। बाकी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। यह हादसा उस समय हुआ जब नाव एक टैंकर के क्रू मेंबर्स को रोजाना की तरह ऑपरेशनल ट्रांसफर के लिए समुद्र में ले जा रही थी। अचानक समुद्र में तेज लहरों और असंतुलन के कारण नाव पलट गई, जिससे अफरा-तफरी मच गई। नाव में मौजूद लोगों ने खुद को बचाने की कोशिश की, लेकिन कुछ ही क्षणों में सब कुछ समुद्र की लहरों में समा गया।
भारतीय दूतावास की पुष्टि
मोजाम्बिक में स्थित भारतीय दूतावास ने हादसे की पुष्टि की है। दूतावास ने एक बयान जारी करते हुए कहा, "दुर्भाग्यपूर्ण रूप से इस हादसे में तीन भारतीय नागरिकों की मौत हो गई है और पांच अभी तक लापता हैं। हम सभी मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं और उनके परिवारों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। पीड़ितों को हर संभव सहायता दी जाएगी।"
बचाव कार्य जारी
स्थानीय कोस्ट गार्ड और बंदरगाह प्राधिकरण के सहयोग से बचाव अभियान लगातार जारी है। अब तक छह लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है, जिनमें से एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है और अस्पताल में भर्ती है। बचाव दल समुद्र में तेज हवाओं और लहरों के बावजूद लापता लोगों की खोज में जुटा हुआ है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हादसे की सूचना मिलते ही मोजाम्बिक नेवी और रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंचीं। हालांकि खराब मौसम के चलते तलाशी अभियान में बाधाएं आ रही हैं। भारतीय दूतावास लगातार ऑपरेशन पर नजर रखे हुए है और मोजाम्बिक सरकार के साथ समन्वय बना रहा है।
कारण की जांच जारी
अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि नाव के पलटने की असली वजह क्या थी। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, नाव में तकनीकी खराबी या संतुलन बिगड़ने की आशंका जताई जा रही है। अधिकारियों ने जांच टीम गठित कर दी है, जो इस पूरे मामले की गहराई से जांच करेगी।
समुद्री सुरक्षा पर उठे सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर समुद्री सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि कई बार समुद्र में रोजाना होने वाले छोटे ट्रांसफर ऑपरेशनों में सुरक्षा मानकों का पूरी तरह पालन नहीं किया जाता, जिससे ऐसी घटनाएं सामने आती हैं।
भारतीय दूतावास का आश्वासन
भारतीय दूतावास ने कहा है कि लापता भारतीयों की खोज जारी है और राहत कार्य तब तक चलेगा जब तक अंतिम व्यक्ति को खोज नहीं लिया जाता। दूतावास ने यह भी बताया कि घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा दी जा रही है और मृतकों के शवों को जल्द से जल्द भारत लाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। हिंद महासागर में हुआ यह हादसा उन परिवारों के लिए गहरा आघात है जिनके प्रियजन रोज़मर्रा के काम पर निकले थे, लेकिन अब शायद कभी लौटकर नहीं आएंगे। यह घटना समुद्री सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय कार्यस्थलों पर सतर्कता की गंभीर याद दिलाती है।