अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर वैश्विक मंच पर अपने विवादास्पद दावों को दोहराया है, जिसमें उन्होंने आठ अंतर्राष्ट्रीय संघर्षों को समाप्त करने का श्रेय लिया है। उनका नवीनतम बयान अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच चल रहे सीमा संघर्ष पर केंद्रित है, जिसे वह नौवां युद्ध बताते हुए सुलझाने का इरादा रखते हैं। एक सार्वजनिक टिप्पणी में, राष्ट्रपति ट्रंप ने ज़ोर देकर कहा कि उनके लिए अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव को समाप्त करना "काफी आसान" होगा। उन्होंने अपनी प्राथमिकता अमेरिका को एक "महाशक्ति" बनाए रखने के साथ-साथ दुनिया भर के युद्धों को रोकने की बताई, क्योंकि "मुझे लोगों को मारना पसंद नहीं है।" उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश हमेशा यही रहती है कि किसी भी युद्ध को न होने दिया जाए।
"8 युद्ध सुलझाए, अब 9वां भी रुकवाऊंगा"
ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने अब तक आठ युद्धों को सफलतापूर्वक सुलझाया है। इस सूची में उन्होंने रवांडा और कांगो के संघर्षों का विशेष रूप से उल्लेख किया, जहां उनके अनुसार अब 'अलग ही माहौल' है। उन्होंने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम का श्रेय खुद को दिया, यह दावा करते हुए कि उन्होंने उन सभी युद्धों को रुकवाया जिनमें निर्दोष लोग मारे जा रहे थे। उन्होंने कहा, "आज तक अमेरिका का ऐसा कोई राष्ट्रपति नहीं रहा, जिसने एक भी युद्ध सुलझाया हो," यह कहते हुए उन्होंने अपने इस रिकॉर्ड पर गर्व जताया।
नोबेल पुरस्कार पर टिप्पणी
शांति के लिए नोबेल पुरस्कार न मिलने के सवाल पर ट्रंप ने कहा कि उन्होंने यह काम पुरस्कार के लिए नहीं, बल्कि करोड़ों लोगों की जान बचाने के लिए किया है। उन्होंने स्वीकार किया कि नोबेल पाने वाले ने "बहुत अच्छा नेक काम किया है," लेकिन उन्हें इस बात की खुशी है कि उन्होंने मानवता के लिए एक बड़ा योगदान दिया। राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा जिन युद्धों को समाप्त करने का दावा किया गया है, उनमें से कई संघर्षों पर संबंधित देशों और अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों की राय अलग-अलग है।
उदाहरण के लिए, भारत सरकार लगातार इस बात पर ज़ोर देती रही है कि पाकिस्तान के साथ हुआ संघर्ष विराम दोनों देशों की सेनाओं के डीजीएमओ के बीच सीधी बातचीत का परिणाम था, जिसमें किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता शामिल नहीं थी। ट्रंप अक्सर यह दावा भी करते रहे हैं कि उन्होंने व्यापार और टैरिफ जैसे आर्थिक उपायों का इस्तेमाल करके इन संघर्षों को रुकवाया। हालांकि, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमावर्ती तनाव के बीच, राष्ट्रपति ट्रंप का यह नवीनतम बयान यह संकेत देता है कि उनका अगला ध्यान इस क्षेत्र में शांति स्थापित करने पर केंद्रित हो सकता है। दुनिया अब यह देखने का इंतजार कर रही है कि क्या वह अपने दावों को हकीकत में बदल पाते हैं।