मुंबई, 11 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। म्यांमार के सागाइंग क्षेत्र के लिन ता लु गांव में स्थित एक बौद्ध मठ पर गुरुवार देर रात हवाई हमला हुआ, जिसमें 23 लोगों की मौत हो गई। यह हमला उस समय हुआ जब मठ में 150 से अधिक लोग आसपास के गांवों से शरण लेने के लिए आए हुए थे। हमले में करीब 30 लोग घायल हुए हैं, जिनमें 10 की हालत गंभीर बताई जा रही है। मृतकों में चार बच्चे भी शामिल हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह हमला रात करीब 1 बजे एक लड़ाकू विमान से किया गया, जिसने मठ पर बम गिराए। हालांकि, यह हमला किस पक्ष ने किया, इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है और म्यांमार सेना ने भी इस पर कोई बयान नहीं दिया है। स्वतंत्र मीडिया प्लेटफॉर्म डेमोक्रेटिक वॉयस ऑफ बर्मा का कहना है कि मृतकों की संख्या 30 तक हो सकती है।
म्यांमार में यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब देश फरवरी 2021 से जारी गृहयुद्ध की स्थिति से जूझ रहा है। उस समय सेना ने चुनी हुई सरकार को तख्तापलट कर सत्ता से हटा दिया था। आंग सान सू की की अगुवाई वाली नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी की सरकार को हटाने के बाद देशभर में विरोध शुरू हुआ, जिसका सेना ने दमन किया। इसके जवाब में पीपल्स डिफेंस फोर्स और कई जातीय सशस्त्र समूहों ने मिलकर नेशनल यूनिटी गवर्नमेंट के तहत सशस्त्र प्रतिरोध शुरू किया। इस गृहयुद्ध ने म्यांमार को मानवीय संकट में धकेल दिया है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, अब तक 75 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं, जबकि 3 मिलियन से ज्यादा लोग विस्थापित हो चुके हैं। करीब 1.76 करोड़ लोगों को किसी न किसी रूप में मदद की जरूरत है। सेना पर गांवों को जलाने, हवाई हमलों में नागरिकों को निशाना बनाने और गंभीर युद्ध अपराधों के आरोप लग चुके हैं। इससे न सिर्फ आम जनता प्रभावित हो रही है, बल्कि म्यांमार की अर्थव्यवस्था भी लगभग 18% तक सिकुड़ गई है, जिससे भुखमरी और गरीबी में तेजी से वृद्धि हुई है।