ताजा खबर

चीन और रूस को टक्कर देगा अमेरिका का ये बड़ा फैसला, बढ़ाया ड्रोन प्रोडक्शन

Photo Source :

Posted On:Friday, July 11, 2025

सूर्य, जो पृथ्वी पर जीवन की सबसे अहम ऊर्जा स्रोत है, आजकल अपने सबसे उग्र स्वरूप में पहुंच गया है। वह केवल रोशनी और गर्मी देने वाला तारा नहीं, बल्कि यदि अनियंत्रित हो जाए, तो पृथ्वी के लिए विनाशकारी साबित हो सकता है। विज्ञान की भाषा में सूर्य की इस स्थिति को सोलर मैक्सिमम (Solar Maximum) कहा जाता है, और साल 2024-2025 में यह प्रक्रिया अपने चरम पर है।


क्या होता है सोलर मैक्सिमम?

सोलर मैक्सिमम वह खगोलीय स्थिति होती है जब सूर्य की सतह पर अत्यधिक गतिविधियां होती हैं। इसमें:

  • सनस्पॉट्स (Sunspots) की संख्या तेजी से बढ़ जाती है,

  • सोलर फ्लेयर्स (Solar Flares) यानी सौर ज्वालाएं फूटती हैं,

  • कोरोनल मास इजेक्शन (CMEs) यानी सूरज की सतह से विशालकाय प्लाज्मा के गुच्छे अंतरिक्ष में फेंके जाते हैं।

ये सभी घटनाएं धरती के मैग्नेटिक फील्ड, सैटेलाइट्स, बिजली ग्रिड और रेडियो संचार प्रणाली को प्रभावित कर सकती हैं। सोलर मैक्सिमम आमतौर पर हर 11 वर्षों में आता है।


कब से शुरू हुआ है मौजूदा सोलर मैक्सिमम?

अमेरिका की स्पेस एजेंसियां NASA और NOAA (National Oceanic and Atmospheric Administration) के अनुसार, मौजूदा सोलर मैक्सिमम अक्टूबर 2024 से शुरू हुआ और इसका असर 2025 के अंत तक रह सकता है।

NASA के पार्कर सोलर प्रोब और NOAA के SWFO-L1 सैटेलाइट सूर्य की सतह पर लगातार नजर रख रहे हैं ताकि किसी भी संभावित खतरे की पहले से जानकारी मिल सके।


खतरे की घंटी क्यों?

सोलर मैक्सिमम के दौरान उठने वाले तूफान और सोलर फ्लेयर्स से धरती पर कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं:

1. सैटेलाइट्स पर असर

सौर विकिरण के कारण अंतरिक्ष में मौजूद सैटेलाइट्स के इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम फेल हो सकते हैं। कई सैटेलाइट्स अपने ऑर्बिट से बाहर निकल सकते हैं यानी डी-ऑर्बिट हो सकते हैं।

2. कम्युनिकेशन और GPS ठप

सोलर फ्लेयर्स से निकलने वाली एक्स-रे और अल्ट्रा वॉयलेट किरणें धरती पर GPS, रेडियो सिग्नल्स, नेविगेशन सिस्टम और रडार को पूरी तरह से ठप कर सकती हैं।

3. ब्लैकआउट और पावर ग्रिड फेल

भू-चुंबकीय तूफानों (Geomagnetic Storms) के कारण बिजली ग्रिड ध्वस्त हो सकते हैं जिससे बड़े पैमाने पर ब्लैकआउट हो सकता है। इससे आर्थिक नुकसान के साथ-साथ जीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है।

4. हवाई यात्रा और स्पेस मिशन

सोलर मैक्सिमम के दौरान ऊंचाई पर उड़ रही फ्लाइट्स खासकर ध्रुवीय क्षेत्रों में चलने वाली उड़ानों को खतरा रहता है। इसके साथ ही स्पेस मिशनों की लॉन्चिंग भी प्रभावित हो सकती है।

5. स्पेस स्टेशन पर खतरा

इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन और वहां मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा को लेकर NASA अतिरिक्त सतर्क है क्योंकि विकिरण का प्रभाव जीवन के लिए घातक हो सकता है।


वैज्ञानिकों की राय

NASA और NOAA के विशेषज्ञों का मानना है कि:

  • यह खगोलीय घटना पूर्व-निर्धारित है और समय रहते चेतावनी मिलने की वजह से बड़ा नुकसान टाला जा सकता है।

  • वैज्ञानिक पहले से अनुमान लगा चुके हैं कि 2025 में सोलर मैक्सिमम चरम पर होगा, इसलिए जरूरी सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं।

  • पार्कर सोलर प्रोब जैसे मिशनों का मुख्य उद्देश्य सूर्य के व्यवहार को समझना और संभावित खतरों का समय रहते पता लगाना है।


पृथ्वी पर जलवायु पर असर

वैज्ञानिक यह भी मानते हैं कि सोलर मैक्सिमम का प्रभाव जलवायु पर भी पड़ सकता है। सौर गतिविधियों में बढ़ोतरी से पृथ्वी का तापमान कुछ हद तक बढ़ सकता है, जिससे मौसम चक्र में बदलाव आ सकते हैं। हालांकि, यह प्रभाव अस्थायी हो सकता है, लेकिन जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में इसकी अनदेखी नहीं की जा सकती।


क्या किया जा रहा है?

  • NASA, NOAA, ISRO समेत तमाम स्पेस एजेंसियां लगातार सूर्य की निगरानी कर रही हैं।

  • एयरलाइन कंपनियों, सैटेलाइट ऑपरेटर्स और अंतरिक्ष एजेंसियों को सोलर एक्टिविटी से जुड़े अलर्ट्स भेजे जा रहे हैं।

  • GPS और पावर ग्रिड कंपनियों को अतिरिक्त सुरक्षा उपाय अपनाने के निर्देश दिए गए हैं।

निष्कर्ष

सोलर मैक्सिमम कोई काल्पनिक या अचानक घटने वाली आपदा नहीं है, बल्कि यह एक वैज्ञानिक रूप से सिद्ध खगोलीय चक्र है। हालांकि इसके प्रभाव खतरनाक हो सकते हैं, लेकिन समय रहते तैयारी और सावधानी से बड़े नुकसान को रोका जा सकता है।

जहां सूर्य जीवनदायक है, वहीं उसकी उग्रता धरती के लिए चुनौती बन सकती है। इसीलिए आज आवश्यकता है विज्ञान, टेक्नोलॉजी और जागरूकता की ताकत को एकजुट करके सौर संकट से निपटने की।


अजमेर और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ajmervocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.