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Fact Check: क्या बिहार में BJP नेता पर अंडे से किया गया हमला, जानें क्या है दावे का पूरा सच?

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Posted On:Tuesday, September 9, 2025

आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया सूचना का सबसे तेज़ माध्यम बन चुका है। लेकिन इस रफ्तार के साथ एक बड़ी चुनौती भी जुड़ी है—फेक न्यूज। किसी भी वीडियो, फोटो या खबर को बिना जांचे सोशल मीडिया पर शेयर कर देना एक आम आदत बन चुकी है। कई बार ये गलत जानकारियां लोगों की सोच और सामाजिक माहौल को गंभीर रूप से प्रभावित कर देती हैं। ऐसे ही एक हालिया मामले को की फैक्ट चेक टीम ने उजागर किया है।


क्या था वायरल दावा?

इन दिनों सोशल मीडिया पर एक पोस्ट काफी तेजी से वायरल हो रही है। इसमें दावा किया गया है कि “बिहार में बीजेपी नेता पर अंडे से हमला हुआ है।”
पोस्ट के साथ एक वीडियो भी शेयर किया जा रहा है जिसमें एक व्यक्ति बीजेपी का गमछा पहने हुए नजर आ रहा है और उस पर अंडा फेंका जाता है। वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है:

“अब बिहार में लोग वोट नहीं, अंडा डाल रहे हैं!”

इस पोस्ट को X (पूर्व में ट्विटर) और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कई यूज़र्स शेयर कर चुके हैं। देखते ही देखते इस वीडियो को हजारों लोगों ने देख लिया और गलत जानकारी के साथ शेयर किया।


फैक्ट चेक में क्या निकला?

फैक्ट चेक टीम ने इस वायरल वीडियो और दावे की जांच की। हमने पोस्ट में दिख रहे वीडियो के कुछ कीवर्ड्स का उपयोग कर इंटरनेट पर सर्च किया। सर्च रिजल्ट में हमें ETV Bharat की वेबसाइट पर 25 दिसंबर 2024 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली, जिसमें वही वीडियो क्लिप दिखाई गई थी।

रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना बिहार की नहीं बल्कि कर्नाटक की है। वीडियो में दिख रहे व्यक्ति कर्नाटक के राजराजेश्वरी नगर से बीजेपी विधायक मुनिरत्न हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनकी जान को खतरा है और हमले के पीछे कर्नाटक के डिप्टी सीएम डी.के. शिवकुमार और उनके भाई डी.के. सुरेश का हाथ है।

इस रिपोर्ट से यह स्पष्ट हो गया कि बीजेपी नेता पर अंडा फेंकने की घटना कर्नाटक में हुई थी, न कि बिहार में। इस वीडियो को झूठे दावे के साथ बिहार से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।


⚠️ क्या है सीख?

फैक्ट चेक में यह दावा पूरी तरह झूठा और भ्रामक साबित हुआ। यह घटना न तो बिहार की है और न ही इसमें कोई बिहार का नेता शामिल है। इस तरह की फेक न्यूज सिर्फ गलत सूचना फैलाने का काम करती हैं और सामाजिक सद्भाव को नुकसान पहुंचा सकती हैं।


सावधानी ही बचाव है

सोशल मीडिया पर किसी भी खबर को शेयर करने से पहले उसके स्रोत की जांच करना बेहद ज़रूरी है। फेक न्यूज की रोकथाम में आपकी सतर्कता सबसे बड़ा हथियार है। अगर आप भी किसी वायरल वीडियो या दावे पर शक करें, तो उसे जांचे बिना शेयर न करें।
सावधान रहें, सतर्क रहें और फेक न्यूज को ना कहें।


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