आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया पर गलत सूचनाएं फैलाना बेहद आसान हो गया है। ये फेक न्यूज न केवल लोगों को भ्रमित करती हैं बल्कि सामाजिक सामंजस्य को भी नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसी संदर्भ में, हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि "बारिश के कारण दिल्ली एयरपोर्ट पर जलभराव हो गया है।" इस वीडियो के साथ कई यूजर्स ने इसे दिल्ली एयरपोर्ट का बताया, जिससे कई लोग चिंतित हो गए। आइए जानते हैं इस वायरल दावे की सच्चाई।
वायरल वीडियो और दावा
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "दिल्ली एयरपोर्ट तो समंदर बन गया।" वीडियो में एयरपोर्ट के रनवे और टैक्सीवे पर पानी भरा हुआ दिख रहा है, साथ ही वहां खड़े कुछ विमान भी नजर आ रहे हैं। वीडियो को देखकर ऐसा प्रतीत होता है जैसे किसी बड़े एयरपोर्ट पर भारी बारिश के कारण जलभराव हो गया हो।
फैक्ट चेक के लिए जांच शुरू
India TV के फैक्ट चेक टीम ने इस वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए विस्तार से जांच की। सबसे पहले मीडिया रिपोर्ट्स में इस संबंध में कोई खबर नहीं मिली, जो कि इस दावे को संदिग्ध बनाती थी। इसके बाद वीडियो के एक कीफ्रेम को लेकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया गया। जांच के दौरान पता चला कि यह वीडियो 17 अप्रैल 2024 को फेसबुक पर पोस्ट किया गया था, जो वर्तमान की घटना नहीं है।
असलियत क्या है?
अधिक खोजबीन में यह वीडियो ‘The National’ नामक मीडिया हाउस के एक पोस्ट से जुड़ा पाया गया, जिसमें यह साफ लिखा था कि यह वीडियो दुबई एयरपोर्ट का है। वीडियो के कैप्शन में स्पष्ट उल्लेख था कि यह वीडियो यूएई के दुबई एयरपोर्ट की है, जहां भारी बारिश के कारण जलभराव हुआ था। यह घटना अप्रैल 2024 की है और इसका दिल्ली एयरपोर्ट से कोई लेना-देना नहीं।
वायरल पोस्ट का सच
इस तरह फैक्ट चेक में यह साबित हुआ कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो और उसके साथ किया गया दावा पूरी तरह गलत है। वीडियो को गलत जगह से जोड़कर पेश किया गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसे शेयर करें और भ्रम फैलाया जा सके।
सोशल मीडिया पर सतर्कता आवश्यक
यह घटना एक बार फिर से हमें यह सिखाती है कि सोशल मीडिया पर आने वाली हर खबर को बिना जांच-पड़ताल के सत्य मान लेना सही नहीं है। फेक न्यूज फैलाने वालों का मकसद अक्सर अफरा-तफरी मचाना और भ्रम पैदा करना होता है। ऐसे में हर यूजर को चाहिए कि वह सूचना के स्रोत की पुष्टि करे, खासकर जब कोई खबर ज्यादा सनसनीखेज हो।