बुधवार को व्हाइट हाउस में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और एनबीसी के एक रिपोर्टर के बीच जोरदार बहस हो गई। यह विवाद उस वक्त शुरू हुआ जब रिपोर्टर ने राष्ट्रपति से कतरी जेट को लेकर सवाल किया, जिसे हाल ही में पेंटागन ने कतर से एक बोइंग 747 विमान के रूप में स्वीकार किया था। यह जेट अस्थायी तौर पर एयर फोर्स वन के रूप में उपयोग किया जाना है, जब तक नए एयर फोर्स वन विमान नहीं आते।
सवाल से भड़के ट्रंप, रिपोर्टर से कहा ‘जाने को कहो’
यह पूरी घटना उस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हुई, जिसमें ट्रंप और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा की बैठक के बाद बातचीत जारी थी। ट्रंप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक वीडियो भी दिखाया था, जिसमें दक्षिण अफ्रीका में श्वेत किसानों के खिलाफ हिंसा की झलक दिखाई गई थी। इस मुद्दे पर फोकस के बजाय जब रिपोर्टर ने कतरी जेट को लेकर सवाल उठाया, तो ट्रंप ने तुरंत नाराजगी जताई।
उन्होंने रिपोर्टर से कहा,
“आप किस बारे में बात कर रहे हैं? आपको पता है कि आपको यहां से चला जाना चाहिए।”
ट्रंप ने सवाल का संबंध कतरी जेट से जोड़ने पर कहा कि यह जेट अमेरिका को कतर की ओर से एक उपहार के तौर पर मिला है, जो वायु सेना को दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके पास बहुत सारे मुद्दे हैं जिन पर बात की जा सकती है, लेकिन अगर कोई प्रश्न मुख्य मुद्दे से भटकाने वाला है, तो उनकी समझदारी पर संदेह किया जाएगा।
ट्रंप ने चैनल पर भी लगाई नसीहत
ट्रंप ने इस घटना को लेकर एनबीसी नेटवर्क की भी आलोचना की। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि अब एनबीसी से कोई सवाल स्वीकार नहीं किए जाएंगे और रिपोर्टर को अपने स्टूडियो वापस जाने के लिए कहा। इस बयान से मीडिया और प्रशासन के बीच तनाव की संभावना बढ़ गई है।
बोइंग 747 विमान और एयर फोर्स वन की बात
ट्रंप ने इस घटना के बाद अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट की, जिसमें उन्होंने बताया कि यह बोइंग 747 विमान उनके लिए नहीं है, बल्कि यह अमेरिकी वायु सेना को मिला एक उपहार है। उन्होंने कहा,
“यह 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर का विमान है, जो कतर की तरफ से मिला था। इसे हमारी सरकार अस्थायी एयर फोर्स वन के रूप में इस्तेमाल करेगी, जब तक कि नए विमान नहीं आते।”
यह बात स्पष्ट करती है कि कतरी जेट का अमेरिका के एयर फोर्स वन के रूप में उपयोग केवल अस्थायी है और इसका मकसद वायु सेना की आवश्यकताओं को पूरा करना है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखाई गई हिंसा की वीडियो
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का दूसरा महत्वपूर्ण पहलू वह वीडियो था, जिसे ट्रंप ने दक्षिण अफ्रीका में श्वेत किसानों के खिलाफ बढ़ती हिंसा को दिखाने के लिए दिखाया। यह वीडियो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी चर्चा में रहा है क्योंकि इसमें नस्लीय हिंसा के खिलाफ गंभीर संदेश छुपा है।
ट्रंप ने इस मुद्दे को उठाते हुए इसे मानवाधिकारों के उल्लंघन के रूप में पेश किया और इसे वैश्विक समुदाय के लिए चेतावनी बताया। हालांकि, इसी दौरान जब रिपोर्टर ने कतरी जेट का सवाल उठाया, तो ट्रंप का ध्यान मुद्दे से भटक गया और बहस छिड़ गई।
रिपोर्टर और प्रेस के अधिकारों पर बहस
इस घटना ने मीडिया और सत्ता के बीच संबंधों पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। ट्रंप के इस कड़े रुख के बाद यह बहस छिड़ गई है कि क्या मीडिया को सवाल पूछने के अधिकार से वंचित किया जा सकता है, खासकर जब वह मुद्दों को लेकर प्रश्न उठा रहा हो। दूसरी ओर, ट्रंप ने स्पष्ट किया कि वे ऐसे सवालों को स्वीकार नहीं करेंगे जो मुख्य विषय से भटकाएं या अनुचित हों।
राजनीतिक और कूटनीतिक असर
यह प्रेस कॉन्फ्रेंस और बहस उस वक्त हुई है जब अमेरिकी कूटनीति और रक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण फैसले हो रहे हैं। कतरी जेट का अमेरिका को मिलना और उसे एयर फोर्स वन के अस्थायी विमान के रूप में इस्तेमाल करने की योजना, मध्य पूर्व और अमेरिकी रक्षा रणनीति में एक नया आयाम जोड़ती है।
दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका के श्वेत किसानों पर हो रही हिंसा को लेकर ट्रंप का जोरदार रुख भी अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल पैदा कर रहा है। इस पूरे घटनाक्रम ने व्हाइट हाउस और मीडिया के बीच संवाद को चुनौती दी है।
निष्कर्ष
व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति ट्रंप और एनबीसी रिपोर्टर के बीच हुई यह बहस सिर्फ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह आधुनिक लोकतंत्र में मीडिया और सत्ता के बीच टकराव का उदाहरण भी है। ट्रंप की नाराजगी और कठोर प्रतिक्रिया इस बात को दर्शाती है कि सत्ता में बैठे नेता किस तरह से मीडिया की भूमिका को लेकर संवेदनशील हो सकते हैं।
इसके साथ ही, कतरी जेट का अमेरिकी एयर फोर्स वन के अस्थायी विमान के रूप में इस्तेमाल, अमेरिका की कूटनीति और रक्षा नीति में नए बदलाव की ओर इशारा करता है। आने वाले समय में इस मामले के राजनीतिक और कूटनीतिक पहलुओं पर गहरी नजर रखी जाएगी।