मुंबई, 21 मई | आने वाले कुछ दिनों में एक ही वक्त पर दो भारतीय क्रिकेट टीम क्रिकेट खेलती हुई दिखाइ देगी। विराट कोहली के नेतृत्व में एक ओर भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड के साथ टेस्ट सीरीज और न्यूजीलैंड के साथ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलने वाली है वहीं दूसरी ओर एक नव युवा भारतीय टीम श्रीलंका के साथ सीमित ओवरों की क्रिकेट खेलेगी। इस टीम की कोचिंग राहुल द्रविड़ करेंगे।
ऐसा पहली बार नहीं कि एक ही समय पर अलग-अलग जगहों पर भारतीय क्रिकेट टीम क्रिकेट खेलते हुए दिखाइ देगी। पहले भी ऐसा एक बार हो चुका है। आइए आपको उस वक्त की याद दिलाएं।
तकरीबन 20 साल पहले 1998 में दो भारतीय क्रिकेट टीम अलग अलग जगहों पर क्रिकेट खेली थी। एक भारतीय टीम कॉलालमपुर में कॉमनवेल्थ गेम्स खेलने के लिए रवाना हुई थी जबकि दूसरी टीम पाकिस्तान के सामने सहारा कप जो 'फ्रेंडशिप कप' के नाम से भी जाना जाता है, टूर्नामेंट खेलने के लिए आगे बढ़ी थी।
कॉमनवेल्थ गेम्स में खेलने वाली भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी अजय जाडेजा ने संभाली थी। इस टीम में सचिन तेंदुलकर, अनिल कुंबले और वीवीएस लक्ष्मण जैसे दिग्गज खिलाड़ी शामिल थे।
दूसरी ओर सहारा कप में मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, जवागल श्रीनाथ और वेंकटेश प्रसाद पाकिस्तान के सामने क्रिकेट खेले थे।
कॉमनवेल्थ गेम्स में 16 टीमों ने हिस्सा लिया था जिसमें भारत को एंटीगुआ, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा के साथ भी ग्रुप में रखा गया था। भारत देश में ऑस्ट्रेलिया के सामने हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गया था।
कॉमनवेल्थ गेम्स में हार जाने के बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने सोचा कि कुछ सदस्यों को सहारा ग्रुप ने भेजा था लेकिन काफी चर्चा के बाद सिर्फ सचिन तेंदुलकर और अजय जडेजा को ही सहारा कप में खेलने के लिए भेजा गया था। अजय जडेजा ने सहारा कप में चौथे मैच में पदार्पण किया था जबकि सचिन तेंदुलकर फाइनल मैच में खेल पाए थे। इस अंतिम मैच में सचिन तेंदुलकर ने 77 रनों की पारी खेली थी जबकि मोहम्मद अजहरुद्दीन ने शतक बनाया था जिसकी बदौलत भारत ने नौ विकेट पर 256 रन बना लिए थे। पाकिस्तान के आमिर सोहेल ने नाबाद 97 रन बनाकर पाकिस्तान है यह सीरीज 4-1 से जीतवाई थी।