ताजा खबर
होम्बले फिल्म्स ने महावतार नरसिम्हा से एटरनल फेथ का पोस्टर किया जारी   ||    यश ने किया रामायण का भव्य इंट्रोडक्शन टीज़र रिलीज़   ||    यूपी में बगावत पर उतरे कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल, साजिश का लगाया आरोप   ||    बिहार में मतदाता सूची को लेकर घमासान, 11 दलों के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग के फैसले पर दर्ज कराया ...   ||    राजस्थान के महारानी कॉलेज की तीन मजारों पर बवाल, संगठन की चेतावनी से मचा हड़कंप   ||    मदद मांगने पहुंची महिला तो गुस्से से लाल हुए मनीष कश्यप, बोले- जाओ विधायक, सांसद का पैर पकड़ो   ||    Gorakhpur: स्कूल आते-जाते ऑटो वाले से टीचर कर बैठी प्यार, बेवफाई मिली तो उठाया जानलेवा कदम   ||    PM Modi Ghana Visit: सोने की खान है घाना, जानिए भारत के लिए क्यों है खास?   ||    ‘युद्ध नहीं बातचीत-कूटनीति से निकलेगा समाधान’, घाना में PM मोदी के संबोधन की 7 बड़ी बातें   ||    घाना में सोना भारत से कितना सस्ता? जानें दोनों देश एक-दूसरे को क्या बेचते हैं?   ||    क्या है जमात नस्र अल-इस्लाम वाल मुस्लिमीन? जिसने पश्चिम अफ्रीका की फैक्ट्री से 3 भारतीयों को किया अग...   ||    5 जुलाई को ‘महाभूकंप’ के लिए जापान कितना तैयार? सुनामी आने और 300000 मौतों की है भविष्यवाणी   ||    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का घाना पहुंचने पर 21 तोपों की सलामी, राष्ट्रपति जॉन महामा ने किया स्वागत   ||    Fact Check: इटावा के मुकुट मणि यादव ने दिया हनुमान जी पर आपत्तिजनक बयान? यहां जानें दावे का सच   ||    3 जुलाई का इतिहास: जानिए आज के दिन से जुड़ी कुछ अहम ऐतिहासिक घटनाएं   ||    Chandra Gochar: कन्या राशि में रहते हुए चंद्र ने किया हस्त नक्षत्र में गोचर, इन 3 राशियों की धन-खुशि...   ||    नहीं देखा होगा ऐसा रोमांचक मैच! सुपर किंग्स के बल्लेबाज ने आखिरी ओवर में मचाई तबाही, जड़े इतने छक्के   ||    लंबे बाल और बड़ी दाढ़ी… Brock Lesnar के नए लुक ने ढाया कहर, WWE में वापसी के मिले संकेत   ||    अचानक रोकना पड़ा श्रीलंका बनाम बांग्लादेश वनडे मैच, मैदान पर मच गया हड़कंप, ये थी वजह   ||    ‘भारत साबित हो सकता है फायदेमंद बाजार’, आनंद महिंद्रा ने शेयरधारकों को किया प्रोत्साहित   ||    +++ 
होम्बले फिल्म्स ने महावतार नरसिम्हा से एटरनल फेथ का पोस्टर किया जारी   ||    यश ने किया रामायण का भव्य इंट्रोडक्शन टीज़र रिलीज़   ||    यूपी में बगावत पर उतरे कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल, साजिश का लगाया आरोप   ||    बिहार में मतदाता सूची को लेकर घमासान, 11 दलों के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग के फैसले पर दर्ज कराया ...   ||    राजस्थान के महारानी कॉलेज की तीन मजारों पर बवाल, संगठन की चेतावनी से मचा हड़कंप   ||    मदद मांगने पहुंची महिला तो गुस्से से लाल हुए मनीष कश्यप, बोले- जाओ विधायक, सांसद का पैर पकड़ो   ||    Gorakhpur: स्कूल आते-जाते ऑटो वाले से टीचर कर बैठी प्यार, बेवफाई मिली तो उठाया जानलेवा कदम   ||    PM Modi Ghana Visit: सोने की खान है घाना, जानिए भारत के लिए क्यों है खास?   ||    ‘युद्ध नहीं बातचीत-कूटनीति से निकलेगा समाधान’, घाना में PM मोदी के संबोधन की 7 बड़ी बातें   ||    घाना में सोना भारत से कितना सस्ता? जानें दोनों देश एक-दूसरे को क्या बेचते हैं?   ||    क्या है जमात नस्र अल-इस्लाम वाल मुस्लिमीन? जिसने पश्चिम अफ्रीका की फैक्ट्री से 3 भारतीयों को किया अग...   ||    5 जुलाई को ‘महाभूकंप’ के लिए जापान कितना तैयार? सुनामी आने और 300000 मौतों की है भविष्यवाणी   ||    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का घाना पहुंचने पर 21 तोपों की सलामी, राष्ट्रपति जॉन महामा ने किया स्वागत   ||    Fact Check: इटावा के मुकुट मणि यादव ने दिया हनुमान जी पर आपत्तिजनक बयान? यहां जानें दावे का सच   ||    3 जुलाई का इतिहास: जानिए आज के दिन से जुड़ी कुछ अहम ऐतिहासिक घटनाएं   ||    Chandra Gochar: कन्या राशि में रहते हुए चंद्र ने किया हस्त नक्षत्र में गोचर, इन 3 राशियों की धन-खुशि...   ||    नहीं देखा होगा ऐसा रोमांचक मैच! सुपर किंग्स के बल्लेबाज ने आखिरी ओवर में मचाई तबाही, जड़े इतने छक्के   ||    लंबे बाल और बड़ी दाढ़ी… Brock Lesnar के नए लुक ने ढाया कहर, WWE में वापसी के मिले संकेत   ||    अचानक रोकना पड़ा श्रीलंका बनाम बांग्लादेश वनडे मैच, मैदान पर मच गया हड़कंप, ये थी वजह   ||    ‘भारत साबित हो सकता है फायदेमंद बाजार’, आनंद महिंद्रा ने शेयरधारकों को किया प्रोत्साहित   ||    +++ 

Sardar Vallabhbhai Patel Death Anniversary भारत के लौह पुरुष वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि पर जानें इनके जीवन से जुड़े अनजाने पहलू

Photo Source :

Posted On:Friday, December 15, 2023

इतिहास न्यूज डेस्क् !!! भारत के पहले गृह मंत्री और उपप्रधानमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्य तिथि हर साल 15 दिसंबर को मनाई जाती है। उन्हें भारत का लौह पुरुष कहा जाता है। लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद करने के वैसे तो कई कारण हैं लेकिन उनमें सबसे प्रमुख है स्वतंत्र भारत को एकजुट करने में उनकी अहम भूमिका।

भारत का लौह पुरुष

सरदार पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के खेड़ा जिले में हुआ था। गृह मंत्री के रूप में उन्होंने देश की लगभग 562 रियासतों का भारत में विलय कराया। ऐसा करके उन्होंने भारतीय एकता के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सरदार वल्लभभाई पटेल को नये भारत का निर्माता भी कहा जाता है। उनके वीरतापूर्ण कार्यों के कारण उन्हें लौह पुरुष और सरदार जैसी उपाधियों से सम्मानित किया गया। सरदार पटेल स्वभाव से शांत, उदार और कोमल हृदय वाले व्यक्ति थे। वे महान और प्रेरणादायक विचारों के धनी माने जाते हैं।

आज उनकी पुण्य तिथि पर आइए जानते हैं उनके बारे में कुछ रोचक तथ्य।

1. सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात में हुआ था। वह बैरिस्टर की पढ़ाई के लिए लंदन गए और वहां से लौटकर अहमदाबाद में वकालत करने लगे। महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित होकर उन्होंने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया।

2. स्वतंत्रता आंदोलन में सरदार पटेल का पहला और बड़ा योगदान 1918 में खेड़ा सत्याग्रह था। उन्होंने 1928 में बारडोली सत्याग्रह में किसान आंदोलन का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया।

3. सरदार वल्लभभाई पटेल भारत के पहले गृह मंत्री और उप प्रधान मंत्री थे।

4. आजादी के बाद रियासतों को एकजुट करने और अखंड भारत के निर्माण में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने 562 छोटे-बड़े राज्यों का भारतीय संघ में विलय कराकर भारतीय एकता का निर्माण किया।

5. महात्मा गांधी ने सरदार को लौह पुरुष की उपाधि दी थी.

6. गुजरात में नर्मदा पर सरदार सरोवर बांध के सामने सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर (597 फीट) ऊंची लौह प्रतिमा (स्टैच्यू ऑफ यूनिटी) बनाई गई है। यह दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति है. इसे देश में 31 अक्टूबर 2018 को खोला गया था।

7. यह सरदार पटेल का दृष्टिकोण था कि भारतीय प्रशासनिक सेवाएँ देश को एकजुट रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। उन्होंने सिविल सेवा को देश का स्टील फ्रेम बताया।

8. बारडोली सत्याग्रह आंदोलन की सफलता के बाद वहां की महिलाओं ने वल्लभभाई पटेल को 'सरदार' की उपाधि दी।

9. किसी भी देश की नींव उसकी एकता और अखंडता में निहित होती है और सरदार पटेल देश की एकता के वास्तुकार थे। इसी कारण से उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है।

10. सरदार पटेल जी का निधन 15 दिसंबर 1950 को मुंबई में हो गया। 1991 में सरदार पटेल को मरणोपरांत 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया।


अजमेर और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ajmervocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.