Astrology News Desk !!! आज शारदीय नवरात्रि का पांचवां दिन है. मां के पांचवें रूप को स्कंदमाता कहा गया। मां का यह रूप बहुत ही दयालु माना जाता है। मां स्कंदमाता का यह रूप मातृ शक्ति को परिभाषित करता है और अपने बच्चों के प्रति मां के स्नेह को दर्शाता है। संतान प्राप्ति के लिए माता की पूजा अधिक फलदायी मानी जाती है। नवरात्रि का 5वां दिन स्कंदमाता का होता है. ये रंग माता को पसंद है. सफेद रंग शांति का मानक है. इसलिए मां को खुश करने के लिए सफेद रंग के कपड़े पहनकर पूजा करें. मान्यताओं के अनुसार मां स्कंदमाता की पूजा करने से संतान संबंधी हर बाधा दूर होती है और संतान का भाग्य उज्ज्वल होता है। तो आइए जानते हैं मां स्कंदमाता की आरती लिरिक्स और भोग के बारे में।
स्कंदमाता की आरती :-
जय तेरी हो स्कंदमाता।
पांचवा नाम तुम्हारा आता।।
सब के मन की जानन हारी।
जग जननी सब की महतारी।।
तेरी ज्योति जलाता रहूं मैं।
हरदम तुम्हें ध्याता रहूं मैं।।
कई नामों से तुझे पुकारा।
मुझे एक तेरा सहारा।।
कहीं पहाड़ो पर है डेरा।
कहीं शहरों में तेरा बसेरा।।
हर मंदिर में तेरे नजारे।
गुण गाएं तेरे भक्त प्यारे।।
भक्ति अपनी मुझे दिला दो।
शक्ति मेरी बिगड़ी बना दो।।
इंद्र आदि देवता मिल सारे।
करे पुकार तुम्हारे द्वारे।।
दुष्ट दैत्य जब चढ़कर आएं।
तुम ही खंडा हाथ उठाएं।।
दासो को सदा बचाने आई।
चमन की आग बुझाने आई।।