जिस तरह से बच्चा मां के गर्भ में 9 महीने तक रहकर अपने आने का संकेत देता है ठीक उसी प्रकार से इंसान को भी मरने से पहले कुछ संकेत मिलते हैं कि उसकी मृत्यु होने वाली हैं । हालांकि, ये संकेत इतने सूक्ष्म होते हैं कि रोजमर्रा की जिंदगी में पहचानना काफी मुश्किल होता हैं और जब मृत्यु करीब आ जाती है तब हमें पता लगता है लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती है । पुराणों में बताया गया हैं कि, यदि किसी मनुष्य की मृत्यु के समय मन और शांत होता हैं तो ऐसा व्यक्ति सुखी से अपना जीवन त्याग देता हैं और ऐसे व्यक्ति की आत्मा को परलोक में सुख की अनुभूति होती है । आपको बता दें कि, हिंदू धर्म के कई ग्रंथों में इसके बारे में बताया गया हैं ।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, शिवमहापुरण में मृत्यु से पूर्व के संकेतों के बारे में विस्तार से बताया गया हैं । आज हम आपको इसके बारे में बताने जा रहे हैं । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, जब कोई इंसान चंद्रमा, सूर्य और अग्नि के प्रकाश को देखने में असमर्थता महसूस करने लगे तो ये संकेत है कि जीवन के उसके पास कुछ क्षण ही शेष बचे हुए हैं और ऐसा कहा जाता है कि, मृत्यु से कुछ समय पहले ही व्यक्ति को ध्रुव तारा या सूर्य दिखना बंद हो जाता है और साथ ही रात में इंद्रधनुष दिखाई देने लगता हैं ।
इसके आगे बता दें कि, अगर लोगों का बायां हाथ लगातार फड़कता रहता है और उसका तालू अधिकांश समय सूखा रहे तो उसकी मौत भी पास होती हैं । इसके अलावा शिवपुराण में भगवान शिव के अनुसार, यदि किसी इंसान का शरीर नीला या पीला पड़ जाए या फिर उसके शरीर पर ढेर सारे लाल निशान दिखाई देने लगें तो ये भी इस और ईशारा करते हैं कि आपकी मृत्यु नजदीक हैं । शिव महापुरण के अनुसार, यदि आपको आपकी परछाई नहीं दिखाई देती हैं तो भी इसका मतलब होता हैं कि आपकी मृत्यु पास ही हैं । शिव पुराण में बताया गया है कि, मृत्यु के कुछ महीनों पहले ही जिस इंसान को मुंह, जीभ, आंखे, कान और नाक पत्थर के जैसी होती महसूस होने लगे, तो ये मनुष्य की जल्द मौत होने का इशारा समझा जाता है ।
इसके आगे बता दें कि, वहीं अगर किसी इंसान के सिर पर गिद्ध, कौआ या कबूतर आकर बैठ जाए तो उसका भी मतलब होता हैं कि, ऐसे व्यक्ति की मृत्यु पास ही हैं ।