मुंबई, 18 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। इंडोनेशिया के फ्लोरेस तिमूर जिले में स्थित माउंट लेवोटोबी लाकी लाकी में बुधवार को एक बार फिर जबरदस्त ज्वालामुखी विस्फोट हुआ जिससे आकाश में धुएं और राख का विशाल गुबार छा गया। इससे पहले मंगलवार शाम से लेकर बुधवार दोपहर तक कई छोटे-बड़े विस्फोट हो चुके थे। मंगलवार दोपहर का विस्फोट सबसे शक्तिशाली रहा जिसमें राख और धुआं मशरूम जैसे आकार में करीब 10 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंच गया जिसे लगभग 150 किलोमीटर दूर तक साफ देखा जा सकता था। विस्फोट के कारण प्रशासन को आसपास के गांवों से लोगों को निकालना पड़ा और कई उड़ानें भी रद्द करनी पड़ीं जिनमें लोकप्रिय पर्यटक स्थल बाली के लिए आने-जाने वाली फ्लाइटें भी शामिल रहीं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने सबसे उच्च स्तर की चेतावनी जारी कर दी है और ज्वालामुखी से आठ किलोमीटर के दायरे को खतरनाक क्षेत्र घोषित कर दिया है।
इन इलाकों में राख और ज्वालामुखीय मलबे के साथ छोटे पत्थर भी गिर रहे हैं जिससे खतरा और बढ़ गया है। यहां तक कि मलबा और राख खतरनाक क्षेत्र से बाहर के गांवों तक भी पहुंच गए हैं। नुराबेलेन गांव के कई निवासियों ने सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करते हुए कोंगा में बने राहत शिविरों में शरण ली है। 584 मीटर ऊंचा माउंट लेवोटोबी लाकी लाकी एक जुड़वां ज्वालामुखी है जो माउंट लेवोटोबी पेरंपुआन के साथ जुड़ा हुआ है। यह ज्वालामुखी पहले भी कई बार सक्रिय हो चुका है और नवंबर में हुए विस्फोट में नौ लोगों की जान चली गई थी जबकि कई अन्य घायल हुए थे। मार्च में भी इसकी सक्रियता दर्ज की गई थी जिससे यह क्षेत्र लगातार ज्वालामुखीय खतरे की चपेट में बना हुआ है।