पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान इस समय जेल में सजा काट रहे हैं। ऐसे में उनके स्वास्थ्य को लेकर लगातार चिंता जताई जा रही थी। अब उनकी मेडिकल रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, इमरान खान दो गंभीर और दुर्लभ बीमारियों से जूझ रहे हैं — वर्टिगो (Vertigo) और टिनिटस (Tinnitus)। इन दोनों बीमारियों के लक्षण समय रहते समझ पाना मुश्किल होता है, लेकिन इलाज में देरी स्थिति को और बिगाड़ सकती है।
क्या हैं इमरान खान की बीमारियां?
इमरान खान की कोर्ट में पेश की गई मेडिकल रिपोर्ट में बताया गया है कि उन्हें पिछले कुछ समय से लगातार चक्कर आ रहे थे और सुनने में परेशानी हो रही थी। पहले इसे मामूली समझा गया, लेकिन जब हालत नहीं सुधरी तो विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने जांच की, जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि उन्हें वर्टिगो और टिनिटस जैसी न्यूरोलॉजिकल समस्याएं हैं।
वर्टिगो क्या है?
वर्टिगो एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें मरीज को महसूस होता है कि उसके आसपास की सारी चीजें घूम रही हैं, जबकि वास्तव में ऐसा कुछ नहीं होता। यह समस्या कान के अंदरूनी हिस्से में असंतुलन, नर्वस सिस्टम की कमजोरी, या ब्रेन ट्यूमर और स्ट्रोक जैसी बीमारियों के कारण भी हो सकती है। इसमें मरीज को संतुलन बनाए रखने में दिक्कत, मतली, और उल्टी जैसा महसूस होना आम लक्षण होते हैं।
डॉ. मोहित गोयल (मैक्स हेल्थ केयर) के अनुसार, वर्टिगो के मरीजों को सिर दर्द, चलने-फिरने में परेशानी, और बार-बार गिरने का डर बना रहता है। ये लक्षण इमरान खान में भी देखे गए हैं।
टिनिटस क्या है?
टिनिटस एक ऐसी स्थिति है जिसमें मरीज को कानों में लगातार भिनभिनाहट, सीटी जैसी आवाज, या कुछ बजने जैसी ध्वनि सुनाई देती है, जबकि बाहर कोई आवाज नहीं होती। यह अक्सर कान के अंदर अत्यधिक मैल जमा होने, कान के पर्दे को नुकसान, या सुनने की नसों में कमजोरी के कारण हो सकता है।
अगर इस बीमारी का समय रहते इलाज न हो तो यह सुनने की क्षमता को कमजोर कर सकती है और मानसिक तनाव का कारण भी बन सकती है।
जेल में कैसी है इमरान खान की मेडिकल स्थिति?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इमरान खान को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है और उन्हें वर्टिगो और टिनिटस से संबंधित दवाएं दी जा रही हैं। कोर्ट ने जेल प्रशासन को निर्देश दिया है कि उन्हें समुचित चिकित्सा सुविधा दी जाए और समय-समय पर मेडिकल ऑब्जर्वेशन किया जाए।
हालांकि, इस बात की भी चिंता जताई जा रही है कि जेल का वातावरण बीमारियों को और गंभीर बना सकता है, खासकर जब न्यूरोलॉजिकल बीमारियां हों।
क्या कहती है मेडिकल टीम?
इमरान खान की मेडिकल टीम का मानना है कि इन बीमारियों के इलाज के लिए उन्हें लंबे समय तक चिकित्सकीय निगरानी और विशेषज्ञ उपचार की जरूरत है। टीम ने कोर्ट से अपील की है कि उन्हें किसी विशेष मेडिकल सेंटर में स्थानांतरित किया जाए, जहां उनका उचित इलाज हो सके।
निष्कर्ष
इमरान खान की सेहत अब एक मानवाधिकार और राजनीतिक मुद्दा भी बनती जा रही है। जहां एक ओर उनके समर्थक उनकी रिहाई और इलाज की मांग कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सरकार और जेल प्रशासन पर स्वास्थ्य सुविधा में लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। देखना होगा कि आने वाले दिनों में कोर्ट इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाता है और इमरान खान को इस मुश्किल दौर से कैसे राहत मिलती है।