वॉशिंगटन/न्यूयॉर्क – अमेरिका की राजनीति और तकनीकी जगत के दो दिग्गजों डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क के बीच छिड़ी जुबानी जंग अब अमेरिकी शेयर बाजार पर भी असर डालने लगी है। टेस्ला के शेयर्स में गुरुवार को 9% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई, जिसके पीछे मुख्य कारण राष्ट्रपति ट्रंप की मस्क के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया और मस्क की आक्रामक प्रतिक्रिया रही।
दरअसल, यह विवाद तब शुरू हुआ जब ट्रंप प्रशासन ने इलेक्ट्रिक वाहनों पर दी जा रही सब्सिडी को समाप्त करने वाले नए टैक्स बिल की घोषणा की। एलन मस्क ने इस फैसले की कड़ी आलोचना की, जिसके जवाब में ट्रंप ने भी तीखे शब्दों में पलटवार किया।
क्यों बिगड़ी बात?
ट्रंप ने अपने बयान में कहा कि एलन मस्क को सरकारी मदद नहीं मिलने की वजह से तकलीफ हो रही है। उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि मस्क हमेशा इन बिलों की प्रकृति को जानते थे, और अब जब उनकी कंपनियों को सरकारी अनुदान नहीं मिल रहा, तो वे असंतुष्ट हो गए हैं।
ट्रंप ने यह भी आरोप लगाया कि मस्क का गुस्सा केवल इसलिए है क्योंकि टेस्ला और अन्य EV कंपनियों को अरबों डॉलर की सहायता बंद हो गई है, जिससे उद्योग को झटका लगा है। इस बयान ने निवेशकों में अनिश्चितता फैला दी, और टेस्ला के शेयरों में बड़ी गिरावट आ गई।
एलन मस्क का पलटवार
मस्क ने भी चुप रहने का रास्ता नहीं चुना। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर पोस्ट कर ट्रंप के दावों को "झूठा और भ्रामक" करार दिया। मस्क ने लिखा:
“मैंने यह बिल देखा भी नहीं था। इसे रातों-रात, बिना पारदर्शिता के पास कर दिया गया। कांग्रेस के ज्यादातर सदस्यों ने इसे पढ़ा भी नहीं।”
मस्क ने यह भी दावा किया कि ट्रंप को राष्ट्रपति पद जिताने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। एक यूज़र को जवाब देते हुए मस्क ने कहा:
“अगर मैं ट्रंप का समर्थन नहीं करता, तो वह चुनाव हार जाते और डेमोक्रेट्स सदन को नियंत्रित कर लेते।”
आर्थिक असर: टेस्ला के शेयरों की भारी गिरावट
ट्रंप-मस्क विवाद का सीधा असर टेस्ला के शेयरों पर पड़ा। गुरुवार को शेयरों में 9% से अधिक की गिरावट देखी गई, जिससे कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन अरबों डॉलर घट गया। विश्लेषकों का मानना है कि यदि यह विवाद जारी रहा, तो इसका असर मस्क की अन्य कंपनियों जैसे स्पेसएक्स, न्यूरालिंक और X पर भी पड़ सकता है।
मार्केट एनालिस्ट ब्रायन डॉसन ने कहा:
“इस तरह की अस्थिरता निवेशकों के लिए चिंताजनक होती है। मस्क के बयान और राजनीतिक हस्तक्षेप से बाजार में घबराहट पैदा होती है।”
निजी कटाक्ष और पुराना इतिहास
यह विवाद केवल नीति या व्यापारिक हितों तक सीमित नहीं है। इसके पीछे व्यक्तिगत कटाक्ष और पुराने तनाव भी कारण हैं। कुछ दिनों पहले मस्क ने डिपार्टमेंट ऑफ गवर्मेंट एफिशियेंसी (DOGE) से इस्तीफा दिया था। वाइट हाउस में उनके लिए एक विदाई पार्टी आयोजित की गई थी, जहां ट्रंप ने मस्क की आंख की चोट पर मजाक उड़ाते हुए कहा कि “थोड़ा मेकअप लगा लिया करो।”
हालांकि, उस समय मस्क हँसते नज़र आए, लेकिन बाद में उन्होंने इस व्यवहार को "अनुचित और असंवेदनशील" बताया।
टेक्नोलॉजी और राजनीति का टकराव
यह विवाद सिर्फ दो व्यक्तियों के बीच नहीं है, बल्कि यह टेक्नोलॉजी और राजनीति के टकराव का प्रतीक बन चुका है। ट्रंप प्रशासन के नए टैक्स बिल से EV सेक्टर की ग्रोथ को झटका लग सकता है, जबकि मस्क जैसे इनोवेटर इसे भविष्य की ऊर्जा क्रांति मानते हैं।
इस पूरे घटनाक्रम ने यह दिखा दिया है कि अमेरिका में भी टेक्नोक्रेट और राजनीतिक नेतृत्व के बीच सामंजस्य एक बड़ी चुनौती बना हुआ है।
निष्कर्ष
एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप के बीच यह टकराव आने वाले समय में अमेरिकी राजनीति और वैश्विक निवेश बाजार दोनों को प्रभावित कर सकता है। एक तरफ सरकार की नीतियां हैं जो बजट और सब्सिडी को नियंत्रित करती हैं, वहीं दूसरी ओर मस्क जैसे उद्योगपति हैं, जो नवाचार और व्यवसायिक लाभ के लिए अनुकूल माहौल चाहते हैं।
टेस्ला के शेयरों में आई गिरावट ने यह स्पष्ट कर दिया है कि एक सार्वजनिक बयान या राजनीतिक फैसला भी बाजार को हिला सकता है। आने वाले हफ्तों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह तनातनी सुलझती है या और गहराती है। फिलहाल, दुनिया की नजर अमेरिका के दो सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली लोगों के बीच चल रही इस जंग पर टिकी हुई है।