मुंबई, 20 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की बढ़ती होड़ में, दो दिग्गज तकनीकी कंपनियां - ओरेकल (Oracle) और मेटा (Meta) - एक बड़े सौदे की तैयारी में हैं। सूत्रों के अनुसार, ओरेकल, फेसबुक और इंस्टाग्राम की मूल कंपनी मेटा के साथ लगभग 20 अरब डॉलर (लगभग ₹1,66,000 करोड़) का क्लाउड कंप्यूटिंग समझौता करने के लिए बातचीत कर रहा है। यह सौदा न केवल दोनों कंपनियों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि AI की दुनिया में एक नए युग की शुरुआत का भी संकेत देता है।
सौदा क्यों है इतना महत्वपूर्ण?
मेटा, जो पहले से ही अपने AI मॉडल, जैसे LLaMA, को प्रशिक्षित करने के लिए अरबों डॉलर खर्च कर रही है, को अधिक कंप्यूटिंग शक्ति की तत्काल आवश्यकता है। कंपनी के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने पहले ही AI पर सैकड़ों अरब डॉलर खर्च करने की अपनी प्रतिबद्धता जताई है। हालांकि, अपने डेटा सेंटरों के निर्माण में समय लगता है, इसलिए मेटा ने बाहरी क्लाउड प्रदाताओं की ओर रुख किया है।
वहीं, ओरेकल के लिए, यह सौदा उसकी क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर सेवा (OCI) की बढ़ती मांग को दर्शाता है। कंपनी ने हाल ही में OpenAI के साथ एक विशाल 300 अरब डॉलर का क्लाउड सौदा किया था, जिससे वह AI कंप्यूटिंग की दौड़ में एक प्रमुख खिलाड़ी बन गई है। मेटा जैसी कंपनी के साथ यह नया समझौता ओरेकल को माइक्रोसॉफ्ट, गूगल और अमेज़ॉन जैसे क्लाउड दिग्गजों के खिलाफ और मजबूत करेगा।
डील के क्या हैं फायदे?
मेटा के लिए: यह समझौता मेटा को अपने AI मॉडल को तेजी से प्रशिक्षित करने और तैनात करने में मदद करेगा, जिससे वह AI चैटबॉट्स, वर्चुअल असिस्टेंट और अन्य उन्नत सुविधाओं को अपने प्लेटफॉर्म में तेजी से एकीकृत कर सकेगी।
ओरेकल के लिए: यह डील ओरेकल के AI क्लाउड राजस्व को अभूतपूर्व रूप से बढ़ाएगी। यह साबित करता है कि ओरेकल की क्लाउड सेवाएँ बड़े और जटिल AI वर्कलोड को संभालने में सक्षम हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह संभावित साझेदारी AI उद्योग में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी, जहाँ कंपनियां अपनी आंतरिक क्षमता के अलावा, बाहरी क्लाउड प्रदाताओं पर निर्भर करेंगी। इससे AI के विकास की गति और भी तेज होगी। हालाँकि, इस डील पर अभी अंतिम मुहर नहीं लगी है और इसमें बदलाव भी हो सकते हैं।