मुंबई, 6 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। तमिलनाडु के CM एमके स्टालिन के बेटे चेन्नई में मीडिया से बातचीत में उदयनिधि ने कहा, वे हिंदू धर्म के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि जातिगत भेदभाव जैसी सनातन प्रथाओं के खिलाफ हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को संसद के इनॉगरेशन पर इनवाइट नहीं करना इसका ताजा उदाहरण है। वहीं, स्टालिन के बयान पर दिल्ली के बाद अब UP में भी FIR दर्ज हो गई है। वहीं बुधवार को कर्नाटक BJP नेता नागराज नायक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। दरअसल, उदयनिधि स्टालिन ने 2 सितंबर को चेन्नई में एक कार्यक्रम में सनातन धर्म को खत्म करने की बात कही थी। चार दिन बाद भी वह अपने बयान पर कायम हैं। वहीं, सनातन के खिलाफ दिए अपने बयान पर उदयनिधि ने माफी मांगने के सवाल पर चुप्पी साध ली है। स्टालिन ने कहा, 2 सितंबर को मैंने एक समारोह में इसके (सनातन धर्म) बारे में बात की थी। मैंने जो भी कहा, वही बात बार-बार दोहराऊंगा। मैंने सिर्फ हिंदुओं को नहीं, बल्कि सभी धर्मों को इसमें शामिल किया। मैंने जातिगत मतभेदों की निंदा की है।
तो वहीं, अब कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने हिंदू धर्म की उत्पत्ति पर सवाल खड़े कर दिए। परमेश्वर ने कहा, हिंदू धर्म का जन्म कब हुआ, इसे किसने बनाया, इसके बारे में किसको पता है। उन्होंने आगे कहा, इस्लाम बाहर से आया, लेकिन हिंदू धर्म किसने बनाया। जी परमेश्वर ने यह भी कहा, दुनिया के इतिहास में कई धर्म पैदा हुए हैं। जैन और बौद्ध धर्म का जन्म यहीं हुआ। इस्लाम और ईसाई धर्म बाहर से हमारे देश में आए। हिंदू धर्म का जन्म कब हुआ और इसकी शुरुआत किसने की, यह अब भी एक सवाल है। परमेश्वर मंगलवार को कोराटागेरे के मारुति कल्याण मंडपम में शिक्षक दिवस के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।साथ ही, जी परमेश्वर के बयान पर BJP ने भी पलटवार किया है। कर्नाटक के भाजपा विधायक और पूर्व राज्य मंत्री सीएन अश्वथ नारायण ने कहा, अगर उन्हें (परमेश्वर) हिंदू धर्म पसंद नहीं तो उसे छोड़ दें। कोई दूसरा धर्म अपनाएं, किसने रोका है, लेकिन उन्हें हमारे धर्म का अपमान नहीं करना चाहिए। अगर हिम्मत है तो किसी दूसरे धर्म के बारे में बोलकर देखें।