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तिरुपति लड्डू विवाद में सुप्रीम कोर्ट ने SIT बनाने के दिए निर्देश, जानिए पूरा मामला

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Posted On:Friday, October 4, 2024

मुंबई, 04 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। आंध्र प्रदेश के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर (तिरुपति मंदिर) के प्रसाद में जानवरों की चर्बी मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथन की बेंच ने जांच के लिए एक SIT बनाने का आदेश दिया है। इस कमेटी में CBI और राज्य पुलिस के 2-2 और फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) का एक अधिकारी रहेगा। जांच की निगरानी CBI डायरेक्टर करेंगे। इससे पहले, 1 अक्टूबर को आंध्र पुलिस ने मामले की SIT जांच रोक दी थी। केंद्र सरकार की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता, राज्य सरकार की तरफ से मुकुल रोहतगी, तिरुपति मंदिर की तरफ से सिद्धार्थ लूथरा और कपिल सिब्बल तिरुपति तिरुमाला देवस्थानम (TTD) के पूर्व चेयरमैन वाईवी सुब्बारेड्डी की तरफ से कपिल सिब्बल ने पैरवी की। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा, हमारे आदेश को स्टेट SIT सदस्यों की स्वतंत्रता या निष्पक्षता पर सवाल के तौर पर न देखा जाए। हम केवल देवता में आस्था रखने वाले करोड़ों लोगों की भावनाओं को देखते हुए नई SIT बना रहे हैं।

दरअसल, तिरुपति लड्‌डू विवाद तब सामने आया जब CM नायडू ने 18 सितंबर को आरोप लगाया कि जगन सरकार के दौरान लड्डू में बनाने वाले घी में एनिमल फैट और फिश ऑयल मिलाया गया। TDP ने लैब रिपोर्ट से अपने आरोपों की पुष्टि का दावा भी किया। साथ ही, कोर्ट ने 30 सितंबर को कहा था, जुलाई में लैब रिपोर्ट आई। वह स्पष्ट नहीं है। मुख्यमंत्री SIT जांच के आदेश देते हैं और फिर सितंबर में मीडिया के सामने बयान देते हैं। एक संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति ऐसा कैसे कर सकता है। कोर्ट ने तिरुपति मंदिर की ओर से पेश हुए वकील सिद्धार्थ लूथरा से पूछा, इस बात के क्या सबूत हैं कि लड्डू बनाने में दूषित घी का इस्तेमाल किया गया था। इस पर वकील ने कहा कि हम जांच कर रहे हैं। इसके बाद जस्टिस गवई ने पूछा, फिर तुरंत प्रेस में जाने की क्या जरूरत थी? आपको धार्मिक भावनाओं का सम्मान करना चाहिए।

आपको बता दें, आंध्र प्रदेश के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर (तिरुपति मंदिर) के प्रसादम (लड्डुओं) में जानवरों की चर्बी मामले पर डिप्टी CM पवन कल्याण ने कहा, प्रसाद में मिलावट आइसबर्ग (छोटा सा हिस्सा) जैसा है। इसके नीचे बहुत कुछ है, जिसकी जांच होनी चाहिए। दरअसल लड्डू विवाद सामने आने के बाद डिप्टी CM पवन कल्याण ने 11 दिन की प्रायश्चित दीक्षा ली थी। 3 अक्टूबर को दीक्षा खत्म होने के बाद उन्होंने वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन किए और बाद में एक जनसभा को संबोधित किया। पवन ने कहा- सनातन को मिटाने वाले खुद मिट्टी में मिल जाएंगे। मैं सनातन धर्म का पालन करता हूं और उसके लिए सब कुछ त्याग भी सकता हूं।


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