मुंबई, 03 जनवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस की तारीफ की। उन्होंने 'सामना' में लिखा, 'राज्य सरकार ने गढ़चिरौली जिले में एक्टिव नक्सलियों का सरेंडर कराकर सराहनीय काम किया है। राउत ने कहा, हमने देवेंद्र फडणवीस की प्रशंसा की क्योंकि उनकी सरकार ने अच्छा काम किया है। महाराष्ट्र हमारा राज्य है, गढ़चिरौली जैसी जगह जो नक्सलवाद से प्रभावित है अगर नक्सलियों ने सरेंडर कर संवैधानिक रास्ता चुना है तो हम उसका स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा, गढ़चिरौली का विकास होना पूरे महाराष्ट्र के लिए अच्छा है। CM ने संरक्षक मंत्री के तौर पर गढ़चिरौली का प्रभार संभाला है। हम इसकी सराहना करते हैं। पीएम मोदी ने जब भी अच्छा काम किया, हमने उनकी भी प्रशंसा की। दरअसल 1 जनवरी 2025 को गढ़चिरौली में एक करोड़ रुपए की इनामी 11 नक्सलियों ने सरेंडर किया। इनमें 8 महिला और 3 पुरुष नक्सली शामिल थे।
संजय ने कहा कि पहले के संरक्षक मंत्री ऐसा कर सकते थे, लेकिन उन्होंने अपने एजेंट बिठाए और पैसा वसूला, जिससे नक्सलवाद बढ़ा। हमने फडणवीस के साथ काम किया है, ये रिश्ता चलता रहेगा। लेकिन हम विपक्ष में हैं और हम मुद्दे उठाते रहेंगे। संजय राउत ने कहा, मैंने नक्सलियों के सरेंडर के मामले देखे हैं। जब भी कोई ऐसा करता है तो इसकी सराहना की जानी चाहिए। अगर गढ़चिरौली जैसे जिले का विकास होता है तो यह पूरे राज्य के लिए अच्छा है। गढ़चिरौली महाराष्ट्र का स्टील सिटी बनता है तो इससे बेहतर कुछ नहीं है।
दरअसल, गढ़चिरोली पुलिस हेडक्वार्टर में 11 नक्सलियों ने CM देवेंद्र फडणवीस के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। इनमें प्रमुख नक्सली नेता तारक्का सिदाम भी शामिल था। CM ने कहा था कि राज्य जल्द ही नक्सलवाद से मुक्त हो जाएगा। उन्होंने कहा था, उत्तरी गढ़चिरौली नक्सलवाद से मुक्त हो गया है। दक्षिणी गढ़चिरौली भी नक्सलवाद से मुक्त हो जाएगा। पुलिस और जिला प्रशासन की पहल के कारण पिछले कुछ समय में जिले का एक भी युवा नक्सली में शामिल नहीं हुआ है। फडणवीस ने कहा था कि चार-पांच साल से महाराष्ट्र में नक्सलियों की भर्ती खत्म हो गई है। 38 साल तक नक्सल आंदोलन का हिस्सा रहे और इसे फैलाने का काम करने वाले तारक्का को गिरफ्तार कर लिया गया था। उसने आज आत्मसमर्पण कर दिया। आने वाले समय में महाराष्ट्र से नक्सलवाद का सफाया हो जाएगा।