मुंबई, 05 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पश्चिम बंगाल के साउथ 24 परगना में आज सुबह 10 साल की बच्ची का शव मिला। परिवार ने बच्ची से रेप के बाद उसकी हत्या का दावा किया है। घटना कृपाखाली इलाके के कुलटाली थाना क्षेत्र की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बच्ची 4 अक्टूबर की शाम से लापता थी, लेकिन पुलिस ने एक्शन लेने में देरी की। घटना के विरोध में लोगों ने महिस्मारी पुलिस चौकी को घेरा और पुलिस पर डंडों और पत्थरों से वार किया। लोगों ने पुलिस चौकी में भी तोड़फोड की और आखिर में वहां आग लगा दी। लोगों का आक्रोश देख पुलिसकर्मी चौकी छोड़कर भाग गए। लोगों ने घटनास्थल पर SDPO और अन्य पुलिसकर्मियों को बंधक बनाने की भी कोशिश की। इसके बाद इलाके में भारी पुलिस बल भेजा गया। पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। कुलटाली के TMC विधायक गणेश मंडल ग्रामीणों को शांत करने के लिए मौके पर गए, लेकिन लोगों ने उन्हें भी खदेड़ दिया। मंडल ने बाद में मीडिया से कहा कि वे लोगों के गुस्से को समझते हैं, लेकिन उन्हें कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए।
एक स्थानीय व्यक्ति ने दावा किया कि 4 अक्टूबर को बच्ची के लापता होने के बाद परिवार ने महिस्मारी चौकी में FIR दर्ज कराई थी। हालांकि पुलिस ने इस शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया और कार्रवाई नहीं की। पुलिस का रवैया वैसा ही था जैसा आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर के बाद शव मिलने के कोलकाता पुलिस का रवैया था। लोगों ने कहा, जब तक कि हमारी बेटी के रेप और हत्या के सभी आरोपियों को सजा नहीं मिल जाती, तब तक हम आंदोलन करेंगे। पुलिस के उन अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए, जिन्होंने एक्शन लेने में देरी की। अगर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की होती, तो लड़की को बचाया जा सकता था।
केंद्रीय मंत्री और पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, 'कृपाखाली में ट्यूशन से लौट रही चौथी कक्षा की एक बच्ची से रेप के बाद हत्या कर दी गई। ग्रामीणों ने नदी के तल से उसका शव बरामद किया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी महिलाओं की सुरक्षा नहीं कर पा रही हैं। नवरात्रि में भी बंगाल की लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं। मैं ममता बनर्जी से पूछना चाहता हूं कि आपके कुशासन में और कितनी बंगाली लड़कियों को यह दुर्दशा झेलनी पड़ेगी।' भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने कहा, 'कल ट्यूशन से लौट रही 9 साल की बच्ची का शव आज नहर में मिला। ममता बनर्जी की पुलिस ने FIR दर्ज नहीं की। जिन लोगों ने बच्ची का शव देखा है, उनके अनुसार उसके शरीर पर अभया (कोलकाता ट्रेनी डॉक्टर रेप-मर्डर) के शरीर जैसी ही चोटें थीं। इस मामले में शव को सुरक्षित रखना चाहिए। पोस्टमॉर्टम केंद्र सरकार के अधीन किसी अस्पताल में होना चाहिए। मैंने बच्ची के पिता से बात की और वे इस बात से सहमत हैं कि शव को सुरक्षित रखना चाहिए। CM को जिम्मेदारी लेनी चाहिए क्योंकि वे आरोपियों को बचा रही हैं। हम आरोपियों को फांसी की सजा और मामले की CBI जांच की मांग करेंगे।' साथ ही, दूसरी तरफ, पुलिस ने कहा कि उन्होंने शिकायत मिलने के तुरंत बाद कार्रवाई की। पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार रात 9 बजे FIR दर्ज हुई थी। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और शुरुआती जांच के बाद आज सुबह एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।