मुंबई, 26 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। राजधानी जयपुर में गर्भ में शिशु के लिंग की जांच के लिए प्रतिबंधित पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन बेचने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का खुलासा हुआ है। गुरुवार को पीसीपीएनडीटी टीम ने कार्रवाई करते हुए पश्चिम बंगाल के हुगली जिले से आए एक सप्लायर को गिरफ्तार किया। आरोपी के पास से एक पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन बरामद की गई है, जो चीन निर्मित है और भारत में बैन है। यह मशीन 7 से 10 लाख रुपए में बेची जा रही थी। गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान 45 वर्षीय अमिताभ भादुरी के रूप में हुई है, जो जयपुर में मशीन की डिलीवरी देने आया था। पीसीपीएनडीटी के एमडी डॉ. अमित यादव ने बताया कि देश के विभिन्न राज्यों में ऐसी मशीनें खुलेआम बेची जा रही थीं। गुप्त सूचना के बाद टीम ने कार्रवाई शुरू की और सप्लायर तक पहुंचने के लिए जाल बिछाया गया। सौदा 6.25 लाख रुपए में तय हुआ, जिसके बाद आरोपी मशीन लेकर जयपुर पहुंचा और टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी यह मशीन कोलकाता स्थित ‘लाइफ प्लस हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड’ से लेकर आया था और कंपनी का प्रमुख डॉ. आदित्य मुरारका है। इस मामले में कोलकाता पुलिस और प्रशासन को भी सूचित कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
पीसीपीएनडीटी थाने के एएसपी डॉ. हेमंत जाखड़ ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर करीब दो महीने तक इस गिरोह पर नजर रखी गई और बाद में पुख्ता प्रमाण मिलने पर जाल बिछाया गया। आरोपी ने कुछ राशि ऑनलाइन एडवांस में ली थी और डिलीवरी पर बाकी रकम लेने की योजना बनाई थी। जयपुर स्टेशन पर पहुंचकर आरोपी ने गिरोह के लीडर को वॉइस मैसेज भेजा जिसमें उसने खुद को सतर्क बताते हुए कहा कि वह ‘डॉन’ को पकड़ना नामुमकिन मानता है। इसके तुरंत बाद आरोपी सेंट्रल पार्क पहुंचा, जहां पीसीपीएनडीटी की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपी से पूछताछ में यह भी सामने आया कि यह मशीन महज एक सूटकेस में रखी जा सकती है और इसके साथ अन्य जरूरी उपकरण भी दिए जाते हैं। गिरोह चीन से यह मशीन तस्करी कर भारत लाता है और फिर अलग-अलग राज्यों में बेचता है। चूंकि देश में बिना पंजीकरण के पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन पर पूरी तरह से प्रतिबंध है, ऐसे में यह पूरा मामला भ्रूण लिंग जांच से जुड़ी अवैध गतिविधियों की ओर इशारा करता है। अब टीम इस अंतरराष्ट्रीय गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए संबंधित एजेंसियों और राज्यों के प्रशासन के साथ समन्वय कर रही है, ताकि कन्या भ्रूण हत्या जैसे घिनौने अपराध को जड़ से रोका जा सके।