पिछले कुछ वर्षों में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में वृद्धि हुई है। सरकार ने इस संबंध में कुछ अहम कदम भी उठाए हैं. राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह हर साल 11 से 17 जनवरी तक मनाया जाता है। यह सप्ताह लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने और जिम्मेदार ड्राइविंग को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। सप्ताह भर चलने वाले कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों के बीच सड़क सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता देना और सड़क दुर्घटना के मामलों को कम करना है।
सड़क सुरक्षा सप्ताह क्या है?
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह हर साल 11 से 17 जनवरी तक मनाया जाता है और इसका आयोजन सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा किया जाता है। आए दिन सड़क पर कई दुर्घटनाएं होती रहती हैं. इसमें कई लोगों की मौत हो जाती है और कई लोग घायल हो जाते हैं. इसके पीछे मुख्य कारण लोगों द्वारा यातायात नियमों का पालन न करना है। सड़क पर चलते समय या गाड़ी चलाते समय किसी भी तरह की लापरवाही खतरनाक होती है। ऐसा करने से न सिर्फ उन्हें बल्कि आपके आसपास के लोगों को भी घटना का शिकार बनना पड़ता है. इसलिए लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जाता है। सड़क सुरक्षा सप्ताह एक राष्ट्रव्यापी अभियान है। यह दुर्घटनाओं और मौतों को रोकने के लिए सड़क सुरक्षा मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर केंद्रित है। यह जिम्मेदार ड्राइविंग, पैदल यात्री सुरक्षा और बेहतर सड़क बुनियादी ढांचे की अनिवार्यता के महत्व को समझने में भी मदद करता है।
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान अधिक से अधिक लोगों को लापरवाही से गाड़ी चलाने और सड़क नियमों का पालन न करने के परिणामों के बारे में जागरूक किया जाता है। अलग-अलग संगठन और समूह अलग-अलग तरीकों से लोगों को जागरूक करने की कोशिश करते हैं। स्कूलों और सामुदायिक केंद्रों से लेकर कार्यस्थलों तक में सड़क सुरक्षा प्रस्तुतियाँ भी दी जाती हैं।
इतिहास
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह पहली बार 1989 में मनाया गया था। सुंदर समिति द्वारा अनुशंसित राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा नीति को 15 मार्च 2010 को मंजूरी दी गई थी। तब से हर साल यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से इसे आगे बढ़ाया जा रहा है।
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह 2024 की थीम
इस वर्ष के राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह का विषय है, "सड़क सुरक्षा नायक बनें"। यानी सड़क सुरक्षा बढ़ाने और दुर्घटनाओं के बाद लोगों की मदद करने पर जोर दिया जाएगा. इस वर्ष की थीम सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने में सार्वभौमिक भागीदारी पर जोर देती है। आपको बता दें कि पिछले साल इसकी थीम 'परवाह करके, सरकार बनाकर' रखी गई थी. वहीं साल 2022 में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने 'सड़क सुरक्षा-जीवन रक्षा' थीम तय की थी.