कोरोना वायरस एक बार फिर से सक्रिय हो गया है और इस बार इसके चार नए वेरिएंट्स सामने आए हैं, जो ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट्स हैं। इन वेरिएंट्स के नाम हैं NB.1.8.1, JN.1, XFG सीरीज और LF.7। भारत में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि हो रही है। वर्तमान में देश में सक्रिय मामलों की संख्या 1300 के पार पहुँच चुकी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोरोना वायरस से अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है, जो चिंताजनक स्थिति को दर्शाता है।
महाराष्ट्र के अमरावती नगर निगम क्षेत्र में कोरोना का पहला पॉजिटिव केस सामने आया है। 56 वर्षीय एक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। महिला को सांस लेने में तकलीफ हुई थी, जिसके बाद उसने कोरोना जांच करवाई, जिसमें संक्रमण की पुष्टि हुई। फिलहाल महिला का इलाज होम आइसोलेशन में किया जा रहा है। अमरावती में इस नए मामले के बाद कोरोना से बचाव के लिए विशेष सावधानियां अपनाई जा रही हैं और स्पेशल कोविड वार्ड तैयार किया गया है।
देश के अन्य राज्यों की स्थिति भी गंभीर है। केरल में 430 नए कोरोना मामले दर्ज हुए हैं, वहीं महाराष्ट्र में 385 सक्रिय मरीज हैं। कर्नाटक और दिल्ली में भी संक्रमण की संख्या बढ़ रही है। गुजरात में 64 सक्रिय मामले हैं। महाराष्ट्र में कोरोना से कुल छह मौतें दर्ज हुई हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना का संक्रमण फिर से फैलने लगा है, जिससे स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन सतर्क हो गया है।
विशेषज्ञों की राय है कि नए वेरिएंट्स की वजह से संक्रमण तेजी से फैल रहा है, इसलिए सभी नागरिकों को कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करना चाहिए। झारखंड के डॉक्टर अनुज कुमार ने सभी से अपील की है कि वे कोरोना वैक्सीन और बूस्टर डोज जरूर लें। उन्होंने कहा कि बूस्टर डोज से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है और नए वेरिएंट के प्रभाव को कम किया जा सकता है। इसके अलावा सही आहार, पर्याप्त नींद और तनाव कम करने से भी इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद मिलती है।
अमरावती के सिविल सर्जन डॉक्टर दिलीप सौंदळे ने बताया कि जिले में कोरोना के खतरे को कम करने के लिए एक 10 बिस्तरों वाला स्पेशल कोरोना वार्ड तैयार किया गया है, जहां संक्रमित मरीजों का उपचार किया जाएगा। साथ ही, स्थानीय स्वास्थ्य विभाग उन लोगों का पता लगाने में जुटा है जो कोरोना पॉजिटिव महिला के संपर्क में आए हैं, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
अमेरिका में NB.1.8.1 वेरिएंट के मामले सबसे अधिक देखे जा रहे हैं, जो भारत में भी सक्रिय है। कर्नाटक में हाल ही में बेलगावी जिले के एक बुजुर्ग की कोरोना से मौत हुई है, जिसे मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी अन्य बीमारियां भी थीं। यह मामला इस बात की चेतावनी है कि संक्रमण से जूझ रहे बुजुर्गों और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि हो रही है, इसलिए सभी नागरिकों को मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाए रखना, और भीड़-भाड़ वाले स्थानों से बचना जरूरी है। साथ ही, सरकार और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए निर्देशों का पालन करना भी आवश्यक है ताकि कोरोना की तीसरी लहर को रोका जा सके।
अंत में, कोविड-19 की इस नई लहर से निपटने के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई तभी जीती जा सकती है जब हम सभी मिलकर सावधानी बरतें और सतर्क रहें। वैक्सीनेशन और बूस्टर डोज लेना हमारी सबसे बड़ी सुरक्षा है।