भारत की सबसे बड़ी निजी ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (AESL) ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1 FY26) के लिए शानदार वित्तीय और ऑपरेशनल नतीजे घोषित किए हैं। कंपनी ने न सिर्फ मुनाफे में जबरदस्त उछाल दर्ज की है, बल्कि स्मार्ट मीटरिंग और ट्रांसमिशन सेगमेंट में अपनी इंडस्ट्री लीडरशिप को भी और मजबूत किया है।
मजबूत वित्तीय प्रदर्शन
Q1 FY26 में कंपनी की कुल आय 28% बढ़कर 7,201 करोड़ रुपये हो गई, जो बीते वर्ष की समान तिमाही की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि है। यह वृद्धि विशेष रूप से स्मार्ट मीटरिंग बिजनेस, सर्विस कंसेशन अरेंजमेंट (SCA) से बढ़ी आय और सशक्त ऑपरेशनल परफॉर्मेंस के कारण संभव हुई।
कंपनी का EBITDA (Earnings Before Interest, Taxes, Depreciation and Amortization) भी इस तिमाही में 14% बढ़कर 2,017 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वहीं, सबसे अहम बात यह रही कि कंपनी का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) 71% की साल-दर-साल बढ़त के साथ 509 करोड़ रुपये हो गया। इसमें कम डिप्रीसिएशन और नेट टैक्स के कारण भी योगदान रहा।
कैश प्रॉफिट 15% बढ़कर 1,043 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि कैपेक्स में 70% की भारी वृद्धि दर्ज की गई है, जो अब 2,220 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह 1,303 करोड़ रुपये था।
ऑपरेशनल एक्सीलेंस और ट्रांसमिशन सेक्टर में लीडरशिप
AESL ने Q1 FY26 में तीन ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक कमीशन किया है:
साथ ही, कंपनी को एक नया ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट — WRNES टेलीग्राफ लाइन — भी प्राप्त हुआ है। इससे कंपनी की अंडर-कंस्ट्रक्शन ऑर्डर बुक बढ़कर 59,304 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। यह ट्रांसमिशन सेक्टर में कंपनी की मजबूत स्थिति को दर्शाता है।
स्मार्ट मीटरिंग सेगमेंट में तेज़ी
AESL ने इस तिमाही में 24 लाख नए स्मार्ट मीटर इंस्टॉल किए, जिससे कुल इंस्टॉल्ड मीटर की संख्या 55.4 लाख हो गई है। कंपनी ने 25,000–27,000 मीटर प्रति दिन की रन-रेट हासिल की है, जो इंडस्ट्री में सर्वाधिक है।
AESL का लक्ष्य है कि FY26 के अंत तक 1 करोड़ स्मार्ट मीटर इंस्टॉल कर लिए जाएं। इसके लिए कंपनी इस साल 70 लाख मीटर इंस्टॉल करने की योजना पर काम कर रही है। यह आंकड़ा न केवल कंपनी की तकनीकी दक्षता को दर्शाता है, बल्कि भारत के ऊर्जा क्षेत्र में डिजिटल ट्रांज़िशन की दिशा में एक बड़ा कदम भी है।
सस्टेनेबिलिटी और ESG प्रदर्शन में सुधार
पर्यावरण, सामाजिक और गवर्नेंस (ESG) स्कोरिंग में भी AESL ने प्रभावशाली प्रगति की है:
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सस्टेनालिटिक्स स्कोर जुलाई 2025 में 27.9 से घटकर 27.1 हुआ है, जो कि ग्लोबल इलेक्ट्रिक यूटिलिटी इंडस्ट्री के औसत 36.9 से बेहतर है।
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FTSE4Good इंडेक्स में जून 2025 में शामिल किए जाने के साथ, कंपनी का ESG स्कोर 4.4 रहा, जो इंडस्ट्री औसत 2.9 से काफी अधिक है।
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CDP सप्लाई चेन 2024 स्कोर में AESL ने B से A- (लीडरशिप बैंड) में छलांग लगाई।
इन सभी पहलुओं में बेहतर प्रदर्शन कंपनी की सस्टेनेबिलिटी के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
Q2 में और तेज़ रफ्तार की तैयारी
AESL के CEO कंदर्प पटेल ने तिमाही नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा:
“हमने एक और मजबूत तिमाही दी है। ऑन-ग्राउंड एग्जीक्यूशन और फोकस्ड O&M के बल पर हमारा कैपेक्स रोलआउट लगातार बढ़ रहा है। मानसून के बाद हम Q2 में और तेज़ ग्रोथ देखेंगे, खासकर कैपिटल एलोकेशन और नई बिडिंग एक्टिविटी में।”
उन्होंने आगे बताया कि स्मार्ट मीटरिंग में इंडस्ट्री लीडिंग रन-रेट और तीन नए ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट्स की सफलता, कंपनी की परिचालन क्षमता को प्रमाणित करते हैं। बढ़ती पावर डिमांड और अनुकूल रेगुलेटरी माहौल के साथ, AESL आने वाले महीनों में और बेहतर प्रदर्शन के लिए तैयार है।
अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस का योगदान
AESL, अडाणी समूह की एक प्रमुख कंपनी है जो भारत की सबसे बड़ी निजी ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के रूप में कार्यरत है। कंपनी ट्रांसमिशन लाइनों, स्मार्ट मीटरिंग, और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क के क्षेत्रों में अग्रणी है। देश के ऊर्जा क्षेत्र में डिजिटल परिवर्तन और इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास में AESL की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती जा रही है