आज 11 फरवरी 2025 को माघ माह का 29वां दिन है और आज इस माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। आज दिन की लंबाई यानि दिन 11 घंटे 05 मिनट 42 सेकंड का है, जबकि रात 12 घंटे 53 मिनट 31 सेकंड की होगी। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, यह शीत ऋतु है और सूर्य उत्तरायण में गोचर कर रहा है। आइए जानते हैं 11 फरवरी के पंचांग के पांचों अंग यानी तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण की स्थिति क्या है? दिन का कौन सा समय आपके लिए शुभ रहेगा और दिन का राहु काल क्या है?
शुभ-अशुभ काल
आज शुभ मुहूर्तों की स्थितियां इस प्रकार रहने योग हैं:
ब्रह्म मुहूर्त: 05:19 AM से 06:11 AM
प्रातः सन्ध्या: 05:45 AM से 07:03 AM
अभिजित मुहूर्त: 12:13 PM से 12:58 PM
विजय मुहूर्त: 02:26 PM से 03:11 PM
गोधूलि मुहूर्त: 06:06 PM से 06:32 PM
सायाह्न सन्ध्या: 06:08 PM से 07:26 PM
अमृत काल: 12:01 PM से 01:39 PM
निशिता मुहूर्त: 12:09 AM, फरवरी 12 से 01:01 AM, फरवरी 12
सर्वार्थ सिद्धि योग: 06:34 PM से 07:02 AM, फरवरी 12
रवि योग: 07:03 AM से 06:34 PM
आज अशुभ मुहूर्तों की स्थितियां इस प्रकार रहने योग हैं:
राहुकाल: आज राहु काल 03:22 PM से 04:45 PM तक रहने का योग है। हिन्दू धर्म में इस अवधि में कोई भी शुभ कार्य आरंभ करने की मनाही है।
यमगण्ड: 09:49 AM से 11:12 AM
गुलिक काल: 12:36 PM से 01:59 PM
दुर्मुहूर्त काल: 09:16 AM से 10:00 AM
गण्ड मूल: 06:34 PM से 07:02 AM, फरवरी 12: और 11:18 PM से 12:09 AM, फरवरी 12
भद्रा काल: 06:55 PM से 07:02 AM, फरवरी 12
आज का पंचांग
तिथि: आज 11 फरवरी 2025 को शाम 06:55 बजे तक चतुर्दशी तिथि है। इसके बाद पूर्णिमा तिथि शुरू हो जाएगी। चतुर्दशी तिथि के स्वामी भगवान शिव हैं, लेकिन इसे शुभ नहीं माना जाता है क्योंकि यह रिक्त तिथि है। साथ ही इस तिथि की प्रकृति भी आक्रामक मानी जाती है।
नक्षत्र: आज 11 फरवरी को पुष्य नक्षत्र का योग शाम 06:34 बजे तक रहेगा। इसके बाद आश्लेषा नक्षत्र प्रारम्भ हो जाएगा। पुष्य और आश्लेषा दोनों नक्षत्र सभी प्रकार के शुभ कार्यों के लिए अच्छे माने जाते हैं।
दिन/वार: हिंदू धर्म में मंगलवार का विशेष धार्मिक महत्व है। यह दिन विशेष रूप से बजरंग बली हनुमान जी की पूजा के लिए समर्पित है। इसके साथ ही मंगलवार का दिन नवग्रहों में सेनापति मंगल देव को भी समर्पित है और इस दिन मंगल की शांति के उपाय किए जाते हैं।
योग: आयुष्मान योग आज शाम 09:06 बजे तक रहेगा। इसके बाद सौभाग्य योग प्रारम्भ हो जाएगा। आयुष्मान और सौभाग्य दोनों ही योग सभी प्रकार के शुभ कार्यों के लिए सर्वोत्तम माने जाते हैं। इसके साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग जैसे शुभ योग भी बन रहे हैं।
करण: आज वणिज करण सायं 06 बजकर 55 मिनट तक रहेगा तदनंतर विष्टि करण आरंभ होगा जो रात्रि भर व्याप्त रहेगा।
सूर्य-चन्द्र पारगमन
आज के पंचाग के उपरोक्त 5 तत्वों के साथ-साथ आज सूर्य और चंद्रमा की गोचर स्थिति निम्नानुसार रहने की संभावना है:
सूर्य गोचर: सूर्य मकर राशि में गोचर कर रहा है, जो शनि ग्रह की राशि है।
चन्द्रमा का गोचर: आज चन्द्रमा कर्क राशि में गोचर कर रहा है, जो कि उनकी अपनी राशि है।