मुंबई, 2 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) हाई ब्लड प्रेशर, जिसे हाइपरटेंशन भी कहते हैं, एक ऐसी स्वास्थ्य समस्या है जो अक्सर बिना किसी स्पष्ट लक्षण के धीरे-धीरे शरीर को अंदर से खोखला कर देती है। यही कारण है कि इसे "साइलेंट किलर" भी कहा जाता है। यदि इसे नियंत्रित न किया जाए, तो यह कई प्रमुख अंगों को गंभीर क्षति पहुंचा सकता है। आइए जानते हैं कि हाई ब्लड प्रेशर शरीर पर क्या असर डालता है।
हृदय और रक्त वाहिकाओं पर प्रभाव
हाई ब्लड प्रेशर का सबसे सीधा प्रभाव हृदय और धमनियों पर पड़ता है। जब रक्त का दबाव लगातार अधिक रहता है, तो यह धमनियों की दीवारों पर तनाव डालता है, जिससे उनमें छोटी-छोटी दरारें आ जाती हैं। इन दरारों में कोलेस्ट्रॉल और अन्य वसायुक्त पदार्थ जमा होकर प्लाक बनाते हैं। इससे धमनियां संकरी हो जाती हैं और रक्त प्रवाह बाधित होता है। यह स्थिति हार्ट अटैक या स्ट्रोक का जोखिम बढ़ाती है।
मस्तिष्क पर गंभीर परिणाम
मस्तिष्क भी हाई ब्लड प्रेशर का एक बड़ा शिकार बनता है। रक्तचाप बढ़ने से मस्तिष्क में रक्त वाहिकाएं कमजोर हो सकती हैं और फट सकती हैं, जिससे स्ट्रोक होता है। इसके अलावा, यह मस्तिष्क को मिलने वाले रक्त और ऑक्सीजन की आपूर्ति को कम कर सकता है, जिससे संज्ञानात्मक क्षमता में गिरावट आ सकती है और स्मृति हानि जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
आंखों को नुकसान
हाई ब्लड प्रेशर आंखों की छोटी और नाजुक रक्त वाहिकाओं को भी क्षति पहुंचा सकता है। जब इन वाहिकाओं पर दबाव पड़ता है, तो ये क्षतिग्रस्त हो सकती हैं, जिससे आंखों में रक्तस्राव हो सकता है। समय के साथ, यह दृष्टि हानि का कारण बन सकता है।
किडनी और यौन स्वास्थ्य पर असर
किडनी का मुख्य काम रक्त से अपशिष्ट पदार्थों को छानना है। हाई ब्लड प्रेशर किडनी की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है, जिससे उनकी कार्यक्षमता कम हो जाती है। यह अंततः किडनी फेल्योर का कारण बन सकता है। इसके अलावा, रक्त प्रवाह में कमी के कारण पुरुषों और महिलाओं दोनों में यौन रोग और यौन इच्छा में कमी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
इन सभी गंभीर प्रभावों को देखते हुए, यह समझना महत्वपूर्ण है कि नियमित जांच और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करना कितना जरूरी है।